ईश्वर साइकिल पर गांवों में जाकर बेचता हैं कपड़े, दिव्यांग बेटे के नाम से टिकट खरीदा तो भगवान ने सुन ली
सिरसा 8 जनवरी। सच ही कहा गया है कि जब ऊपर वाला देता है तो छप्पर फाड़कर देता है। यहां साइकिल पर कपड़ों की फेरी लगाने वाला एक व्यक्ति के दिन फिर गए और वह लखपति बन गया।
जानकारी के मुताबिक गांव जासानिया निवासी ईश्वर की 10 लाख रुपए की लॉटरी लगी है। परिवार ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया। लाटरी एजेंट विनोद कुमार ने ईश्वर को फोन करके बधाई दी। दस लाख रुपए का दूसरा इनाम लगने के खुशी में ईश्वर व उसका परिवार सारी रात सो नहीं पाया। बुधवार की सुबह दीपक लॉटरी एजेंसी सरदूलगढ़ के संचालक दीपक मोंगा ने ईश्वर को बताया कि पंजाब स्टेट डियर 200 मंथली लॉटरी का दूसरा इनाम उसे लगा है। उसने दो सौ रुपए का टिकट खरीदा था।
ईश्वर का कहना है कि वह पिछले 15 साल से लॉटरी खरीद रहा है। वह लॉटरी टिकट विक्रेता विनोद कुमार से लॉटरी के टिकट खरीदता था। मंगलवार की शाम ईश्वर ने टिकट विक्रेता विनोद को फोन करके कहा कि, भाई गांव में लॉटरी टिकट बेचने नहीं आए इस बार। जिस पर विनोद ने ईश्वर से कहा कि, मैं तुमको लॉटरी की टिकट व्हाट्सएप कर देता हूं। आज रात को ही लॉटरी का ड्रा निकलेगा। इसके बाद एजेंट विनोद ने ईश्वर के मोबाइल पर लॉटरी का टिकट व्हाट्सएप कर दिया।
रात 8 बजे लॉटरी का ड्रॉ निकला तो दीपक लॉटरी एजेंसी के मालिक दीपक मोंगा ने अपने एजेंट विनोद कुमार को बताया कि तुम्हारे द्वारा बेचे गए टिकट का दूसरा इनाम लगा है। इसके बाद एजेंट विनोद ने टिकट नंबर देखा तो वह हैरान रह गया। जिस टिकट को 10 लाख रुपए का दूसरा इनाम लगा वह टिकट उसके पास ही थी। इसके बाद विनोद ने ईश्वर को फोन करके बताया कि तुम्हारे टिकट नंबर को 10 लाख का इनाम लगा है।
ईश्वर गरीब परिवार से है। वह साइकिल पर गांव गांव जाकर कपड़े बेचने का काम करता है। उसके मुताबिक भगवान ने उसकी सुन ली। वह पिछले 15 साल से लॉटरी खरीद रहा था। उसने ये लॉटरी का टिकट अपने बेटे आर्यन के नाम से ली थी। उसका बेटा गूंगा-बहरा है। ईश्वर का कहना है कि लॉटरी की रकम से वह गांव में कपड़े की दुकान खोलेगा।
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