इमारत को खाली करने का आदेश, लोगों की एंट्री बंद कर दी
चंडीगढ़ 7 जनवरी। सिटी ब्यूटीफुल का हार्ट कहे जाने वाले सैक्टर-17 में कई बहुमंजिला इमारतें हैं। सोमवार को यहां तीन मंजिला इमारत ढह गई थी। हालांकि इस बिल्डिंग को पहले ही खाली करा लिया गया था। इस वजह से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। वहीं इमारत के ढहने के बाद प्रशासन भी पूरी तरह से हरकत में आ गया है।
जानकारी के मुताबिक अब सैक्टर-17 में ही एक और बिल्डिंग के भी गिरने का खतरा है। ऐसे में प्रशासन ने पहले ही इमारत को खाली करने का आदेश जारी कर दिया और लोगों की एंट्री भी बंद कर दी। बाकायदा इस हादसे के बाद खुद डीसी ने अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया और दिशा-निर्देश भी जारी किए। साथ वाली बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर में निजी बैंक चलता है। एक दिन में खाली इसे मुश्किल होगा।
दरअसल, सैक्टर 17सी में एससीओ नंबर 183-185 इमारत में एक सप्ताह पहले ही रेनोवेशन काम के दौरान बेसमेंट में बने तीन पिल्लरों में दरार आ गई थी। इसके बाद चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा पहले ही इमारत को खाली कर दिया गया था और चारों ओर से वेरीकेड्स लगाकर यहां एंट्री बंद कर दी गई थी। इंजीनियरों की टीम ने इसे रहने वालों के लिए असुरक्षित और खतरनाक घोषित कर दिया था। हालांकि सोमवार जब यह इमारत ढही तो यह पूरी तरह से खाली थी और इसमें अंदर कोई नहीं था।
वहीं इस इमारत के ढहने के कारण साथ लगती बिल्डिंग भी अब खतरे की जद में आ गई है। इसलिए प्रशासन द्वारा एससीओ नंबर 181-182, सेक्टर 17-सी भी असुरक्षित घोषित कर दिया गया और इसकी स्थिरता व ताकत जांचने के लिए तत्काल निरीक्षण करने के लिए कमेटी गठित की।
प्रशासन ने संरचनात्मक स्थिरता का आंकलन करने के लिए संरचनात्मक लेखा परीक्षा आयोजित करने के लिए एनआईटीटीटीआर सेक्टर-26 को इसमें शामिल किया है। जबकि यूटी पुलिस को साथ वाली बिल्डिंग को भी खाली करने और घेराबंदी कर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए आदेश दिए गए हैं। वहीं, डीसी ने कहा कि तीन मंजिला ढही इमारत के निजी मालिक के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा। साथ ही संशोधित भवन योजना की मंजूरी के बिना काम शुरू करने वाले वास्तुकार के खिलाफ कारण बताओ नोटिस भी जारी किया जाएगा।
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