डेराबस्सी 27 March : शहर के बस स्टैंड के पास कई दिनों से बेसुध अवस्था में लावारिस घूम रहीं दो मंदबुद्धि महिलाओं को प्रभ आसरा वेलफेयर इंस्टीच्यूट, कुराली भेजा गया है। इनमें 50 वर्षीय अलका भसीन को समाजसेवी युवाओं ने बुधवार को प्रभ आसरा पहुंचाया जबकि को सेहत विभाग की ओर से वीरवार को प्रभ आसरा पहुंचाया गया। वहां छोड़ने से पहले दोनों महिलाओं की मेडिकल व डेराबस्सी पुलिस पुलिस थाने में डीडीआर भी दर्ज कराई गई।
जानकारी मुताबिक सरस्वती विहार की 50 वर्षीय अल्का भसीन दिमागी तौर पर कई महीनों से परेशान है। उन्हें पहले भी करनाल में अनाथ आश्रम पहुंचाया गया था। वहां कुछ महीने रही परंतु फिर डेराबस्सी लौट आई। जानकारी देते हुए सुरिंदर सिंह महमदपुर, दविंदर सिंह अमलाला, नवजिंदर सिंह ने बताया कि कई दिनों से बदहवासी में घूम रही महिला को उन्होंने बस स्टैंड पर देखा। उनकी मेडिकल जांच के बाद प्रभ आसरा आश्रम से संपर्क किया गया। डीडीआर कटाकर उन्हें वहां पहुंचाया गया। यहां बता दें कि इससे पहले भी उक्त स्वयंसेवी कई मंदबुद्धि युवकों को उनके बिछड़े परिवारों से मिला चुके हैं।
उधर, दूसरी महिला करीब 32 साल की महिला है जो अपना नाम अंजू और पति का बिल्लू बता रही है। डेराबस्सी के एसएमओ डॉ धर्मिंदर ने महिला का मेडिकल कराया। उसकी डीडीआर कटवाई और प्रभ आसरा छोड़ने के लिए विभाग के इंस्पेक्टर राजिंदर सिंह और एक महिला सुपरवाइजर गीता सैनी को साथ भेजा। महिला होने के कारण दोनों मंदबुद्धि के लिए सामाजिक सुरक्षा की भी सख्त जरुरत थी।
दो फोटो सहित : एनजीओ टीम के सुरिंदर अलका को प्रभ आसरा छोड़ते हुए
: सेहत विभाग के राजिंदर व गीता सैनी अंजू को प्रभ आसरा छोड़ते हुए ।