जनहितैषी, 24 दिसम्बर, लखनउ। से सटे मुरादाबाद में भी एक पुराना मंदिर मिला है जो जैन समाज का बताया जा रहा है। मुरादाबाद के रतनपुर में मिला जैन मंदिर जैसे पहले था वैसे ही आज भी है। हिंदू मुस्लिम आबादी के बीच बसा यह मंदिर जैन समाज के लोगों के पलायन के बाद खाली हो गया था। अब जब इसकी जानकारी लोगों को हो रही है तो वह लोग इसे देखने के लिए पहुंच रहे हैं।
रतनपुर कला में प्राचीन जैन मंदिर के जीर्णोद्धार को लेकर गांव में उत्साह बढ़ रहा है। यह मंदिर करीब 35 साल पहले बनाया गया था, लेकिन तब से यह जर्जर हालत में पहुंच गया है क्योंकि स्थापना करने वाला परिवार गांव छोड़कर शहर में बस गया था। ग्रामीणों का मानना है कि यह मंदिर उनकी संस्कृति और इतिहास का महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे चाहते हैं कि इसे फिर से जीवंत किया जाए। गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि यह मंदिर पहले धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र हुआ करता था।
ग्रामीणों ने मंदिर के जीर्णोद्धार में सहयोग का प्रस्ताव रखा है। वे मंदिर के पुराने संरक्षक परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि परिवार स्वीकृति देता है, तो ग्रामीण मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए चंदा जुटाने और श्रमदान करने को तैयार हैं।
इस पहल से न केवल मंदिर को नई पहचान मिलेगी, बल्कि गांव की एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी संरक्षित किया जा सकेगा। गांव में इस मुद्दे को लेकर सकारात्मक माहौल बना हुआ है और ग्रामीण उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रयास उनके गांव को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाएगा।