हरियाना/यूटर्न/13 दिसंंबर: यमुनानगर जिले में थर्मल प्लांट का निर्माण कार्य अधर में लटक गया है। करीब दस महीने पहले टेंडर अलॉट होने के बावजूद निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। हरियाणा के मुखयमंत्री रह चुके केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के प्रति अधिकारियों की ढिलाई को देखकर फटकार लगाई, जिसके चलते अधिकारी अब हरकत में आए हैं। हरियाणा बिजली उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक अशोक मीणा ने गुरुवार को बताया कि यमुनानगर में प्रस्तावित 800 मेगावाट यूनिट के नए थर्मल प्लांट बनाने की पर्यावरण विभाग से क्लीयरेंस हासिल करने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इसके लिए सलाहकार नियुक्त किए गए हैं, जो मामले को फॉलो अप कर रहे हैं। संभावना है कि जल्द ही क्लीयरेंस मिल जाएगी। क्लीयरेंस मिलते ही थर्मल प्लांट का काम शुरू कर दिया जाएगा।
6900 करोड़ रुपये का टेंडर अलॉट किया था
उन्होंने बताया कि यमुनानगर में 800 मेगावाट यूनिट की क्षमता के नए दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट का निर्माण 57 महीने में पूरा होना था। पूर्व मुखयमंत्री मनोहर लाल ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में फरवरी के दौरान भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड को निर्माण के लिए 6900 करोड़ रुपये का टेंडर अलॉट किया था। पूर्व सीएम ने यह मंजूरी हाई पावर वर्कर्स परचेज कमिटी की बैठक में दी थी।
नई यूनिट मेक इन इंडिया की तर्ज पर होगी
इस प्लांट में अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल यूनिट लगेगी। अभी तक सब-क्रिटिकल यूनिट लगी हुई हैं। यह पहले लगी यूनिट से 8 प्रतिशत ज्यादा क्षमता की होगी। इसमें कोयले की खपत कम होगी और बिजली सस्ती बनेगी। 800 मेगावाट की नई यूनिट मेक इन इंडिया की तर्ज पर होगी। प्लांट पूर्णरूप से स्वदेशी होगा। मौजूदा समय में 300-300 मेगावाट की जो इकाई लगी हैं, उसमें चाइना में बनी मशीनों का उपयोग हो रहा है।
स्वदेशी और आधुनिक होंगी नई यूनिट की मशीन
नई यूनिट की मशीन स्वदेशी और आधुनिक होंगी। इनकी चिमनियां व कूलिंग टावर छोटे होंगे। तेजी से बिजली बनेगी और प्रदूषण भी कम होगा। इसके लिए 400 केवी लाइन अलग से बिछाई जाएगी। इसके बनने से युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। नया प्लांट लगने से जिले से 1400 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा।
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10 महीन पहले 6900 करोड़ रुपये का टेंडर अलॉट, फिर भी शुरू नहीं हुआ काम, ड्रीम प्रोजेक्ट लटकने से खट्टर हुए नाराज
Kulwant Singh
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