कूड़ा इकठा करने के लिए 17 ट्रेक्टर और करीब 40 से ज्यादा व्यक्ति कर रहे हैं काम, फिर भी डंपिंग ग्राउंड की हालत है खस्ता
जीरकपुर 05 Dec : बिशनपुरा गांव में पड़ते बड़े डंपिंग ग्राउंड की हालत इतना ज्यादा खस्ता है के कूड़ा इधर फैला हुआ है, क्योंकि डंपिंग ग्राउंड कि दीवार पिछले चार महीनों से टूटी पड़ी है। फैले हुए कूड़े में मवेशी इस तरह घूम रहे हैं जैसे वह कूड़ा बीन रहे हों। इसके इलावा गिला कूड़ा व सूखा कूड़ा मिक्स कर एक ही जगह पर डाला जा रहा है। जबकि सरकारी आदेशों के अनुसार गीले व सूखे कूड़े के लिए अलग अलग पिट्स होनी चाहिए। जबकि बिशनपुरा डंपिंग ग्राउंड में पिट्स बने भी हुए हैं लेकिन सेनेटरी ब्रांच की लापरवाही के चलते उनका इस्तेमाल नही किया जा रहा है और इस तरफ बिलकुल भी ध्यान नही दिया जा रहा है। जबकि शहर के कई हिस्सों से गिला व सूखा कूड़ा अलग अलग आ रहा है लेकिन यहां आकर लोगों की मेहनत पर पानी फेर दिया जाता है और गिला सूखा कूड़ा इकठे ही एक ही जगह ढेर कर दिया जाता है। इस में रेहड़ी में कूड़ा गिराने वाले सफाई कर्मचारी भी अपना अपना रोल निभा रहे हैं। डंपिंग ग्राउंड की दीवार ना होने के कारण वह रास्ते पर ही कूड़ा गिरा कर निकल जाते है। जिस तरफ नगर परिषद को विशेष ध्यान देना चाहिए। इसके इलावा यह बताना भी अनिवार्य है कि कुछ समय पहले एयरपोर्ट अथॉरिटी की फटकार के बाद कूड़े पर हरी चादर डाल कर ढक दिया गया था। ताकि कूड़े के ऊपर पंछी ना उड़े और प्लेन के साथ टकरराने के बाद कोई हादसा ना हो। लेकिन अब वह चादर भी गायब है।
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शहर में रोजाना निकलता है 50 से 60 टन कूड़ा :
शहर में रोजाना 50 से 60 टन कूड़ा निकलता है। जिसका निपटारा करने के लिए दो ट्रोमल मशीनें लगाई हुई है। जो रोजाना एक मशीन 5 टन कूड़े को अलग अलग करती हैं और प्लास्टिक को अलग करके उसके बंडल बना दिए जाते हैं। लेकिन रोजाना दो मशीनों द्वारा 10 टन कूड़े का निपटारा कर दिया जाता है लेकिन बाकी कूड़ा इकठा हो जाता है और वह ढेर लगभग बढ़ता ही जा रहा है। जिस तरफ नगर परिषद ध्यान नही दे रही है। हलांकि शहर में कूड़ा इकठा करने के लिए 17 ट्रेक्टर और करीब 40 से ज्यादा व्यक्ति काम कर रहे हैं। बावजूद इसके शहर के कूड़े का निपटारा करने में नाकाम साबित हो रही है। जानकारी अनुसार दीवार बनाने के लिए 48 लाख का टेंडर लगा हुआ जिसे पास हुए को 6 महीने से ऊपर का समय हो चूका है। लेकिन अभी तक दीवार नही बनाई गई है।
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कूड़ा तो अलग अलग ही आ रहा है, यदि फिर भी कोई व्यक्ति कूड़ा इधर उधर डाल रहा है तो उसे कल ही चैक करवा लिया जाएगा। बाकी दीवार बनाने का काम एमई ब्रांच का होता है। उसकी जानकारी वह ही ज्यादा सही ढंग से बता सकते हैं।
राम गोपाल, सेनेटरी इंस्पेक्टर नगर परिषद जीरकपुर।
कोट्स
दीवार का टेंडर मैं चैक कर लेता हूं, जल्द ही अगले सप्ताह दीवार का काम लगा दिया जाएगा। डंपिंग ग्राउंड में बन रहे कूड़े के पहाड़ को जल्द टेंडर खुलने के बाद क्लियर करवा दिया जाएगा।
ईशान जेई, नगर परिषद जीरकपुर।