शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच पर अड़े किसान, हरियाणा पुलिस ने कर दी नाकाबंदी
चंडीगढ़, अंबाला। 5 दिसंबर। आंदोलित किसान अब पंजाब और हरियाणा की सरकारों के लिए बड़ा सिरदर्द साबित होने लगे हैं। फिलहालल दोनों सूबों में किसानों को लेकर बवाल मचा है। एक तरफ हरियाणा पुलिस के इंकार के बावजूद शंभू बॉर्डर से किसान कल 6 दिसंबर को दिल्ली कूच पर अड़ गए हैं।
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन के चलते पुलिस-प्रशासन पहले से ही परेशान है। इसी बीच किसानों ने दिल्ली कूच करने का ऐलान कर दिया। पहले दिन यहां से 100 किसानों के जत्थे के पैदल दिल्ली रवाना होने का ऐलान किया गया है। जिसे देखते हुए हरियाणा पुलिस ने अंबाला की तरफ बैरिकेडिंग बढ़ानी शुरू कर दी है। हरियाणा में शासन-प्रशासन किसान आंदोलन से होने वाले बवाल को टालना चाह रहा है।
दूसरी तरफ पंजाब में भी हालात तनावपूर्ण हैं। मानसा में किसानों की पुलिस से झड़प हो गई। किसान यहां गुजरात-जम्मू पाइपलाइन बिछाने का विरोध कर रहे थे। मंगलवार आधी रात के बाद यहां टकराव होने पर किसानों के अलावा पंजाब पुलिस के तीन एसएचओ स्तर के अधिकारी घायल हो गए। दरअसल किसान यहां गुजरात-जम्मू पाइपलाइन बिछाने का विरोध कर रहे थे। बीती रात करीब बजे हुए टकराव में किसान और पंजाब पुलिस के तीन एसएचओ घायल हो गए। किसान यहां कम मुआवजा मिलने से नाराज हैं।
किसानों की दोटूक, जाएंगे दिल्ली :
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने दोटूक ऐलान कर दिया है कि खनौरी बॉर्डर पर डटे किसान सिर्फ शंभू बॉर्डर से ही दिल्ली कूच करेंगे। जबकि खनौरी बॉर्डर पर उनका अनशन जारी रहेगा। वहां से किसान हरियाणा में एंट्री नहीं करेंगे। वहीं किसानों की जिद को देखते हुए हरियाणा पुलिस भी अलर्ट हो गई है। पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर अंबाला की तरफ बैरिकेडिंग बढ़ानी शुरू कर दी है। यहां जाली और टेंट लगाए जा रहे हैं। हरियाणा प्रशासन ने भी किसानों से अपील की है कि प्रदर्शन और पैदल कूच पर दोबारा विचार करें। दिल्ली पुलिस से मंजूरी के बाद ही जाएं अन्यथा इसे रद करें।
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