देश के बाकी हिस्सों की सुध तो क्या लेंगे हुक्मरान
देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। जहरीली हवा के कारण लोगों का खुली हवा में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दिल्ली के कई इलाकों में शनिवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक यानि एक्यूआई 300 के पार दर्ज किया गया। ऐसे में सहज अंदाजा लगा सकतें हैं कि केंद्र और दिल्ली की सरकारें जब राजधानी में ही प्रदूषण पर काबू पाने में नाकाम हैं तो देश के बाकी हिस्सों की हालत को कितनी गंभीरता से लिया जा रहा होगा। सरकारों का यह रवैया तब है, जबकि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में केंद्र और राज्य सरकारों को कई बार कड़ी फटकार लगा चुका है।
खैर, दिल्ली वालों को इस दौरान दोहरी कुदरती मार पड़ रही है। कल यानि 29 नवंबर की रात राजधानी दिल्ली में ठंड ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। यह रात इस सीजन की अब तक की सबसे ठंडी रात रही। हालांकि, चौंकाने वाली बात यह है कि इस साल का नवंबर पिछले पांच सालों में सबसे गर्म महीना रहा है। दिन और रात दोनों के औसत तापमान ने पिछले रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ दिया है। कुल मिलाकर दिल्लीवासी प्रदूषण और बदलते मौसम की दोहरी-मार झेल रहे हैं। जिससे उनकी सेहत पर भी गंभीर असर पड़ रहा है। माहिरों का कहना है कि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ सकती है, अगर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
यहां काबिलेजिक्र है कि यह यानि शनिवार लगातार छठा दिन है, जब दिल्ली-एनसीआर की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। जिससे लोगों के स्वास्थ्य और दैनिक जीवन के लिए काफी परेशानी हो रही है। कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और आनंद विहार से आई तस्वीरों में पूरे इलाके में धुंध की मोटी चादर छाई हुई दिखी। बढ़ते प्रदूषण से परेशान स्थानीय निवासियों ने कहा कि सरकार के हस्तक्षेप से कई मुद्दों को हल करने में मदद मिल सकती है। दिल्ली में प्रदूषण के खतरनाक स्तर से निपटने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया है कि स्कूलों से संबंधित उपायों को छोड़कर सभी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान-4 उपाय दो दिसंबर को अगली सुनवाई तक प्रभावी रहेंगे। कोर्ट ने प्रवर्तन की आवश्यकता पर जोर दिया और ग्रैप-4 दिशा-निर्देशों के कार्यान्वयन में खामियों को नोट किया। इसने ऐसी विफलताओं के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी भी दी।
वहीं, सीपीसीबी के अनुसार, राजधानी के ज्यादातर इलाकों में एक्यूआई 300 के पार है। वहीं मौसम की पार भी दिल्ली वालों पर पड़ रही है। हवा की दिशा व गति बदलने से शुक्रवार को भी वायु गुणवत्ता बेहद खराब रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड यानि सीपीसीबी के मुताबिक, सुबह सात बजे दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक 377 दर्ज किया गया। दिल्ली में धुंध के बीच ट्रेनों की आवाजाही जारी है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों की रफ्तार पर असर देखा गया। दिल्ली की पालम इलाके में शनिवार सुबह साढ़े सात बजे न्यूनतम दृश्यता 800 मीटर रही। परिवर्तनशील दिशा 4 किमी प्रति घंटा हवा के साथ थी। वहीं सफदरजंग में न्यूनतम दृश्यता 600 मीटर रही। डिसिजन स्पोर्ट सिस्टम के मुताबिक, हवा में ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 21.408 फीसदी, कूड़ा जलने से होने वाले प्रदूषण की हिस्सेदारी 2.112 फीसदी रही। सीपीसीबी का पूर्वानुमान है कि रविवार तक वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में रहेगी। जबकि यमुना नदी में भी प्रदूषण का स्तर उच्च बना हुआ है।
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