ऑर्गन लेकर दिल्ली भी जाएगा ड्रोन, हिमाचल से चार की बजाए एक घंटे में ला सकेंगे हार्ट, लिवर और किडनी
चंडीगढ़ 29 नवंबर। यहां पीजीआई आने वाले मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है। इस नामी चिकित्सीय संस्थान को महज एक घंटे में 100 किमी दूरी तय करने वाला ड्रोन मिल गया है। जिससे कम समय में दूसरे राज्यों से मानव-अंग लाए और ले जाए भी जा सकेंगे।
यहां गौरतलब है कि इससे पहले आपात स्थिति में ऑर्गन एंबुलेंस से लाए जाते थे। कई बार हैवी-ट्रैफिक के चलते मानव-अंग पहुंचने में देरी हो जाती थी। बताते हैं कि 18 किलो वजनी यह ड्रोन 5 किलो तक वजन उठाकर सैटेलाइट की मदद से चलेगा। इसमें लोकेशन सेट कर इसे तय जगह पहुंचाते है। यह जहाज की तरह 4 हजार फीट ऊंचाई पर उड़ेगा, जिससे पक्षी से टकराने की आशंका भी नहीं रहेगी।
पहले लगता था चौगुना वक्त :
पीजीआई को इससे पहले हिमाचल के बिलासपुर एम्स से ऑर्गन लाने होते थे तो 4 घंटे लगते थे। अब ड्रोन की मदद से केवल एक घंटे में यह दूरी तय होगी। इसे दिल्ली तक चलाने की भी व्यवस्था की जा रही है। पहले ऑर्गन लाने- ले जाने को ग्रीन कॉरिडोर बनाते थे। इसमें ट्रैफिक पुलिस विशेष रूट क्लियर करा ग्रीन-कॉरिडोर बनाती थी। इसके बावजूद कई बार देरी होती थी। ड्रोन का इस्तेमाल पहले ऋषिकेश एम्स में सफल रहा है। यह ड्रोन एक बार की फुल बैटरी से 100 किमी उड़ सकता है। दूरी के हिसाब से इसमें ज्यादा या कम क्षमता की बैटरी भी इस्तेमाल कर सकते हैं। चंडीगढ़ के आसपास के अस्पतालों से ऑर्गन लाने में भी इसे इस्तेमाल किया जा सकेगा। अभी फोर्टिस और मैक्स जैसे बड़े अस्पतालों से ऑर्गन लाने में 40 से 50 मिनट लग जाते हैं, लेकिन ड्रोन के जरिए चंद मिनट लगेंगे। गौरतलब है कि पीजीआई चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा लिवर, हार्ट और किडनी की जरूरत रहती है। अभी ड्रोन का केवल ट्रायल किया गया है।
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