फर्जी बिल घोटाला मामले में बड़ा एक्शन, जांच के दौरान 125 बिलों की सौंपी थी रिपोर्ट
पटियाला 29 नवंबर। यहां पंजाबी यूनिवर्सिटी के परीक्षा शाखा के डिप्टी रजिस्ट्रार धर्मपाल गर्ग को सस्पेंड कर दिया गया। यह बड़ा एक्शन करीब तीन साल पहले हुए फर्जी बिल घोटाले में लंबी जांच के बाद लिया गया।
जानकारी के मुताबिक रजिस्ट्रार की ओर से इस बारे में जारी पत्र में यह खुलासा किया गया। इस पत्र में कहा गया है कि यूनिवर्सिटी में शोधकर्ताओं के फर्जी वेतन या फेलोशिप बिलों की जांच के लिए वाइस चांसलर की ओर से एक आंतरिक कमेटी गठित की गई थी। जांच के दौरान कमेटी ने 125 बिलों के संबंध में रिपोर्ट सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट के अनुसार रिसर्च फैलो के फर्जी वेतन या फेलोशिप बिल पास करने में डिप्टी रजिस्ट्रार परीक्षा शाखा धर्मपाल गर्ग की संलिप्तता सामने आई है। इसी रिपोर्ट के आधार पर डिप्टी रजिस्ट्रार को सस्पेंड किया गया।
बताया जाता है कि पंजाबी यूनिवर्सिटी में हुए इस घोटाले का खुलासा साल 2021 में हुआ था। करीब तीन साल पहले शुरू की गई जांच में पता चला था कि यूनिवर्सिटी के सीनियर असिस्टेंट ने फर्जी बिल, मुहर और हस्ताक्षर से अपने और अन्य साथियों के बैंक खातों में लाखों रुपये जमा कराए थे। इस संबंध में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सात आरोपियों के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज कराया था।
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