डुप्लीकेट चाबी से बैंक के बाहर कार का गेट खोल पैसे निकाले, आरोपी ने साथियों संग रची साजिश
लुधियाना 24 नवंबर। नैतिक पतन के इस दौर में खून के रिश्तों से ज्यादा भरोसेमंद दोस्त भी अब यकीन के काबिल नहीं रहे। महानगर में विश्वकर्मा चौक के पास तीन दिन पहले कार से चोरी हुए 14 लाख रुपये के मामले में चौंकाने वाला खुलासा पुलिस ने किया है। चोरी का आरोपी पीड़ित व्यक्ति का दोस्त ही निकाला।
जानकारी के मुताबिक थाना डिवीजन छह की पुलिस ने चोरी किया कैश बरामद कर लिया। पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने डुप्लीकेट चाबी के जरिए कार का गेट खोलकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों में अंकुश कुमार, लविश वर्मा, आकाश जेटली और वरुण वशिष्ठ शामिल हैं। हालांकि पुलिस आरोपियों से चोरी किया लैपटॉप अभी बरामद नहीं कर सकी है।
इस मामले में एडीसीपी देव सिंह के मुताबिक 21 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि याशिक सिंगला नाम के कारोबारी अपने दोस्त अंकुश के साथ कार में 14 लाख 20 हजार रुपये बैंक में जमा कराने गए थे। तभी किसी ने नकदी चोरी कर ली। पुलिस ने मामले की जांच कर केस दर्ज कर लिया। पुलिस को उसी दिन अंकुश पर शक हो गया था। दरअसल 14 लाख रुपये की रकम देखकर अंकुश का ईमान डोल गया।
पुलिस जांच में पता चला कि याशिक सिंगला ने घटना से एक दिन पहले अंकुश से कहा था कि उसे बैंक में करीब 14 लाख रुपए जमा कराने हैं और बैंक चलने को कहा था। अंकुश ने अपने तीन दोस्तों लविश, आकाश जेटली और वरुण वशिष्ठ के साथ मिलकर साजिश रच ली थी। आरोपियों ने कार की डुप्लीकेट चाबी पहले ही बनवा ली थी। अंकुश ने अपने दोस्तों से कहा था कि उसने याशिक को सिगरेट पीने के बहाने कार से उतार लिया। इसके बाद आकाश और वरुण ने कार खोलकर 14 लाख 20 हजार रुपये चुरा लिए। पुलिस ने अंकुश और लविश से पैसे बरामद कर लिए। वारदात के बाद आकाश और वरुण को 50-50 हजार रुपये मिलने थे।
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