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चंडीगढ़ : कौंसलरों ने मांगी वित्तीय मदद, प्रशासक कटारिया सलाह देकर बोले, झूठा वादा नहीं करके जा सकता

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नगर निगम की सदन बैठक में दोटूक बोले गवर्नर

चंडीगढ़ 23 नवंबर। यहां नगर निगम की सदन बैठक में शनिवार को यूटी के प्रशासक एवं पंजाब के गवर्नर गुलाब चंद कटारिया शामिल हुए। वह पहली बार निगम सदन की बैठक को संबोधित करने पहुंचे थे।

जानकारी के मुताबिक प्रशासक कटारिया ने निगम को प्रोपर्टी टैक्स बढ़ाने की सलाह दी। हालांकि कौंसलरों को उम्मीद थी कि प्रशासक  निगम को वित्तीय संकट से छुटकारा दिलाने के लिए कोई अहम ऐलान करेंगे। जबकि उन्होंने निगम की आमदनी बढ़ाने के लिए कुछ सुझाव दिए। वहीं अपनी ओर से कोई भी मदद का ऐलान किए बिना चले गए। सभी कौंसलरों ने उनसे वित्तीय सहायता का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने अंत में यही कहा कि मैं झूठी बात कहकर नहीं जाऊंगा।

प्रशासक कटारिया ने कहा कि मैं कोशिश कर रहा हूं कि कुछ करूं। फिर भी मैं यहां पर ऐसा कुछ नहीं बोलूंगा, जो नहीं कर पाऊं। मेरे पास जो भी सोच है, उससे बेहतर करूंगा। हाउस में कहकर जाने की स्थिति में मैं नहीं हूं। यहां काबिलेजिक्र है कि सदन की बैठक में कई महत्वपूर्ण एजेंडों पर चर्चा प्रस्तावित थी। इनमें चंडीगढ़ वाटर सप्लाई बायलॉज के क्लॉज के अनुसार एक कनाल और उससे बड़े घरों में टीटी वाटर का कनेक्शन लेना अनिवार्य है। हालांकि कुल 7385 ऐसे घरों में से केवल 2906 घर ही ट्रीटेड पानी के कनेक्शन से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा 414 संस्थानों में से केवल 150 ने ही कनेक्शन लिया हुआ है।

नगर निगम चंडीगढ़ वाटर बायलॉज में संशोधन करने का प्रस्ताव नगर निगम की सदन की बैठक में लाया गया। इसके अलावा सैक्टर 25 के जेपी गार्बेज प्लांट और चंडीगढ़ नगर निगम के बीच चल रहे आर्बिट्रेशन मैटर के मामले में चंडीगढ़ नगर निगम सुप्रीम कोर्ट में स्पेशल लीव पिटिशन दायर करेगा।

नगर निगम सदन की बैठक में बिजली के दाम बढ़ाने वाला एजेंडा पर चर्चा नहीं की गई, इस एजेंडा को मेयर कुलदीप कुमार ने वापस ले लिया।

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