दिल्ली/यूटर्न/18 नवंबर: दिल्ली की आतिशी सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत आज बीजेपी में शामिल हो गए। उन्हें केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्टर और दिल्ली के चुनाव प्रभारी बैजयंत पांडा ने पार्टी जॉइन कराई। इस दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा भी मंच पर मौजूद थे। बता दें कि उन्होंने एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी से इस्तीफा दिया था। इस बीच अरविंद केजरीवाल से जब गहलोत के बीजेपी में शामिल होने को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह उनकी मर्जी है, वह जहां भी जाएं। कैलाश गहलोत दिल्ली की नजफगढ़ सीट से दूसरी बार विधायक बने हैं। इससे पहले वे 10 साल तक हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर चुके हैं। कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल को चि_ी लिखकर कहा कि यह दुख की बात है कि हम लोगों के अधिकारों के लिए लडऩे की बजाय राजनीतिक एजेंडे के लिए लड़ रहे हैं। इससे दिल्ली के लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही है। मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा दिल्ली के लोगों की सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ शुरू की थी। ऐसे में मेरे पास पार्टी से अलग होने के अलावा और कोई विकल्प शेष नहीं बचा है। ऐसे में कैलाश गहलोत के बीजेपी में शामिल होने के क्या मायने है? आप के लिए कैलाश गहलोत का अलग होना बड़ा झटका माना जा रहा है। शराब घोटाले में पार्टी प्रमुख समेत कई मंत्रियों के जेल जाने से पार्टी में स्वच्छ छवि के तौर पर एकमात्र चेहरा कैलाश गहलोत ही बचे थे, लेकिन उन्होंने भी चुनाव से ऐन पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
क्या कहते है संजय सिंह
आप सांसद संजय सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा कि भाजपा पहले नेताओं को ईडी सीबीआई का इसतेमाल कर टार्चर करती है,जब कोई भी चुनाव आता है तो इनका टार्चर बढ जाता है,जो कोई नेता टार्चर बर्दाशत नही कर पाता वह भाजपा में चला जाता है। जो नही सहता उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जाता है। इस लिये आप पार्टी भाजा की ऐसी अदतों को पहचान चुकी है,कैलाश गहलोत के भाजपा में जाने से आप पार्टी को कोई फरक नही पडने वाला।
————–
