जीरकपुर 18 Nov : जीरकपुर एरिया से होकर बहने वाली सुखना चो और बरसाती नाला प्रशासनिक अनदेखी के चलते गंदा नाला बनकर रह गई है। इस तरफ न तो नगर परिषद के अधिकारियों की तरफ से कोई ध्यान दिया जा रहा है और न ही राज्य सरकार द्वारा इसे गंभीरता से लिया जा रहा है। सुखना चो का दूषित पानी आगे जाकर घग्गर नदी में मिल रहा है जिससे घग्गर का पानी भी गंदा हो रहा है। बरसाती नाले व चो की सफाई को लेकर नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है जिस कारण घग्गर नदी भी दूषित हो रही है। सुखना चो का एक बड़ा हिस्सा बलटाना, जीरकपुर, ढकोली, गाजीपुर, नगला, बिशनपुरा में है जिसके बाद चो का पानी घग्गर में मिल जाता है। इन प्वाइंटों पर लोगों द्वारा चो में कूड़ा गिराया जा रहा है। कूड़े के अलावा कई जगहों पर सीवरेज का अनट्रीट वाटर भी सीधा चो में जा रहा है। बलटाना पुलिस चौंकी के नजदीक सुखना चो में कूड़े के ढेर लगे हुए है लोग कूड़े के अलावा केमिकल वाला पानी भी चो में छोड़ रहे है। इसी तरह ढकोली से बहते नाले के पास लोग कचरा फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं जिससे यहां बनी पुलिया के नीचे नाला जाम हो जाताहै। लोग रात के अंधेरे में गंदगी फेंक रहे हैं इसके अलावा सड़क किनारे भी गंदगी फेंकी जा रही है।
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नहीं होती ठोस कार्यवाही
जीरकपुर में करीब 10 प्वाइंट ऐसे है जहां सीधा कूड़ा व सीवरेज का दूषित पानी सीधा चो व बरसाती नाले में जा रहा है। कूड़े में सबसे प्लास्टिक की मात्र सबसे ज्यादा है इसके अलावा सेनेटरी वेस्ट भी नाले में किराया जा रहा है। कई प्वाइंट तो रेजिडेंशियल एरिया के नजदीक है लेकिन फिर भी नगर परिषद द्वारा कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती। ढकोली एरिया में नाले के नजदीक नगर परिषद द्वारा एक चेतावनी बोर्ड लगा रखा है जिसपर कूड़ा फैकने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की चेतावनी दी गई है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि बोर्ड के नजदीक ही कूड़े के ढेर लगे हुए है और कूड़ा नाले में जा रहा है। नाले के नजदीक बने घरों में रहने वाले लोगों का कहना है कि दूसरी जगह रहने वाले लोग नाले में कूड़ा गिरा रहे है लेकिन नगर परिषद सिर्फ चेतावनी बोर्ड लगाने तक सिमित रह गई है। ऐसे लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं की जाती। यह नाला भी आगे जाकर घग्गर नदी में मिलता है।