पंजाब/यूटर्न/16 नवंबर: चंडीगढ़ में विधानसभा के लिए हरियाणा को जमीन आवंटन को लेकर पंजाब सरकार लगातार अपनी नाराजगी जाहिर कर रही है। हाल ही में प्रदेश के बिजली और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने चंडीगढ़ में हरियाणा को विधानसभा भवन के निर्माण के लिए जमीन अलॉट करने के फैसले का कड़ी अलोचना की है। पंजाब मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि ये फैसला दोनों राज्यों के बीच तनाव पैदा करने की साजिश है। इसके साथ ही मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने केंद्र सरकार से अग्रह करते हुए चंडीगढ़ पर पंजाब के ऐतिहासिक और कानूनी दावों का सनमान करने और इसकी स्थिति को बदलने वाली किसी भी कार्रवाई को तुरंत रोकने के लिए कहा है। इस दौरान मंत्री ईटीओ ने जोर देते हुए कहा कि पंजाब की राजधानी होने के नाते चंडीगढ़ यहां के लोगों के दिलों में खास स्थान रखती है। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ की जमीन हरियाणा को आवंटित करने से पंजाबियों की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचेगा।
दोनों राज्यों के बीच पैदा हो रहा संघर्ष
मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि केंद्र सरकार पहले पंजाब और हरियाणा के किसानों के आंदोलन के आगे झुक गई थी। लेकिन अब उनका यह फैसला दोनों राज्यों के बीच संघर्ष पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा राज्य से चावल उठाने में देरी के कारण पंजाब के किसानों को धान खरीद के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने तर्क दिया कि यह फैसला भी केंद्र सरकार द्वारा राज्य के विकास फंड को रोकने और राज्य के हितों की अनदेखी करने जैसी हरकतों की तरह है।
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तनाव पैदा करने की साजिश है ये फैसला’, चंडीगढ़ में हरियाणा को जमीन देने पर भडक़े पंजाब के मंत्री ईटीओ
Kulwant Singh
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