सहकारी क्षेत्र में भी उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।
किसानों से आग्रह किया गया कि फॉस्फेटिक उर्वरकों का अग्रिम भंडारण न करें
जनहितैषी, 9 नवम्बर, लखनउ। प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने प्रदेश में रबी फसल के लिए आवश्यक उर्वरकों की उपलब्धता एवं वितरण व्यवस्था की समीक्षा अपने सरकारी आवास पर की। उन्होंने सभी जिलों में डीएपी (एन-18, पी-46) जैसे फॉस्फेटिक उर्वरकों की आपूर्ति प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि रबी फसल की बुवाई में किसी प्रकार की बाधा न हो।
मंत्री ने कहा कि मैनपुरी, हाथरस, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, मुजफ्फरनगर और आगरा जिलों के लिए उर्वरक रैक शीघ्र पहुँचने वाले हैं और इन जिलों में गत वर्ष की खपत के आधार पर उर्वरक की प्राथमिकता तय कर आवश्यकतानुसार सीधे निकटतम जिलों में आपूर्ति के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि उर्वरक वितरण व्यवस्था को फील्ड में जाकर स्वयं निगरानी करें। साथ ही कालाबाजारी, ओवर रेटिंग और किसानों द्वारा आवश्यकता से अधिक मात्रा में उर्वरक खरीदने जैसी गतिविधियों पर सख्त रोक सुनिश्चित की जाए ताकि सभी किसानों को समय पर उचित मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो सके।
मंत्री ने सहकारी क्षेत्र में भी तुरंत आवश्यकतानुसार उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और उन क्षेत्रों में प्राथमिकता पर आपूर्ति करने के निर्देश दिए जहाँ फसलों की बुवाई चल रही है। कृषि निदेशक को उर्वरक निर्माताओं और प्रदायकों के साथ बैठक करते हुए अधिक से अधिक उर्वरकों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने किसानों से आग्रह किया कि फॉस्फेटिक उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता हो रही है, इसलिए बिना आवश्यकता के अग्रिम भंडारण न करें। गेहूं की बुवाई के लिए भी उर्वरक समय पर उपलब्ध रहेगा।