दिल्ली/यूटर्न/9 नवंबर: दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होंगे, लेकिन इससे पहले यहां राजनीतिक पार्टियों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने शुक्रवार न्याय यात्रा शुरू की तो वहीं, आप संस्थापक अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवालों से आगामी विधानसभा चुनाव में उनका समर्थन मांगा है। दिल्ली के राजघाट से प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली न्याय यात्रा की शुरुआत की है। अगले एक महीने के भीतर कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में जाएंगे और कांग्रेस की उपलब्धियों को गिनाएंगे और लोगों का समर्थन मांगेंगे। न्याय यात्रा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि इस यात्रा के जरिए दिल्ली के नागरिकों की समस्याओं को सामने लाया जाएगा और सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया। इसके अलावा मीडिया को दिए बयान में उन्होंने साफ कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 कांग्रेस अकेले लड़ेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने बलबुते पर चुनाव लड़ेगी, वह किसी से गठबंधन नहीं करेगी।
क्या है दिल्ली न्याय यात्रा?
बता दें कांग्रेस की यह यात्रा करीब एक महीने तक चलेगी और इसमें प्रत्येक कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल किया जाएगा। कांग्रेस ने इस यात्रा की शुरुआत पूरी दिल्ली के वोट बैंक को साधने के मकसद से की है। बता दें पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाई थी। यात्रा के दौरान कांग्रेस दिल्ली की पूर्व मुखयमंत्री शीला दीक्षित सरकार में यहां हुए विकाय कार्यों की लोगों को याद दिलाएगी।
दिल्ली वालों को बहरूपियों से बचाना है
पूर्व सांसद उदित राज ने कहा कि कांग्रेस की इस यात्रा में जनता को जागरूक किया जाएगा। भोली जनता को बताया जाएगा कि वह इस बार बहरूपियों के चक्कर में न पड़े। बता दें कांग्रेस की दिल्ली न्याय यात्रा 4 दिसंबर को तिमारपुर विधानसभा में खत्म होगी।
चार चरणों में कांग्रेस की दिल्ली न्याया यात्रा
यात्रा चार चरणों में होगी। पहला स्टेज चांदनी चौक से शुरू होकर 16 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगा और दूसरा स्टेज 15 से 20 नवंबर तक 18 सीटों को कवर करेगा। 22 से 27 नवंबर तक तीसरे स्टेज में 16 विधानसभा क्षेत्रों और 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक चौथे स्टेज में 20 सीटों को कवर किया जाएगा। हर स्टेज में लगभग 250-300 कांग्रेस कार्यकर्ता यात्रा में भाग लेंगे।
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