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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने सुनी शिकायतें, सुनवाई के बीच ही महिला ने ससुर को जड़ा थप्पड़

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हरियाना/यूटर्न/6 नवंबर: हरियाणा के नारनौल में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया के सामने सुनवाई के बीच ही एक महिला ने अपने ससुर को दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए। पुलिस ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया। लघु सचिवालय मेंं मंगलवार को महिला शिकायतों पर सुनवाई के दौरान यह घटना हुई। इससे पहले भी बाहर दोनों के बीच विवाद हो चुका था। उन्होंने जिला महेंद्रगढ़ से संबंधित 7 और रेवाड़ी से संबंधित 4 शिकायतों की सुनवाई की। महिला ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में बेटी को बदनाम करने के लिए रिश्ते में दादा लगने वाले व्यक्ति (ससुर) ने पोस्टर छपवा कर बांट दिए थे। यह मामला पुलिस तक पहुंचा और उसको आरोपी ससुर को पुलिस ने पकड़ लिया था। इसके बाद मंगलवार को बेटी अपनी मां व अपने ससुराल पक्ष के लोगों के साथ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया के सामने सुनवाई के दौरान उपस्थित हुई। जब दोनों पक्ष आए तो युवती के दादा ने उसकी मां पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। इस दौरान महिला ने ससुर को सुनवाई के बीच ही दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस ने मामले को शांत किया।
वहीं एक अन्य मामले में एक महिला ने शादी के बाद ससुराल पक्ष पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। ससुराल पक्ष ने जब महिला से बेटा देने की बात कही तो उसने मना कर दिया। महिला ने दहेज सहित कई आरोप लगाए तो ससुराल पक्ष ने आरोपों को गलत बताया। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने महिला को 10 दिन का सोचने के लिए समय दिया। इसके बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। बैठक में डीएसपी हरदीप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव, जिला संरक्षण व बाल विवाह निषेध अधिकारी सरिता शर्मा, वन स्टॉप सेंटर की एडमिनिस्ट्रेटर वंदना यादव के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
आयोग ने 2 साल में लगभग 9700 शिकायतें निपटाईं: रेनू भाटिया
सुनवाई के बाद रेनू भाटिया ने पत्रकारों से कहा कि वर्ष 2022 में राज्य महिला आयोग के गठन के बाद से लगभग 11 हजार शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें लगभग 9700 शिकायतों का अब तक निपटारा किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूल, कॉलेज व विश्वविद्यालय में भी छात्राओं की लगातार काउंसिलिंग की जा रही है। आयोग का लगातार प्रयास है कि एक-एक मामले की गंभीरता के साथ जांच करके न्याय दिलाया जाए। अधिकतम मामले सहमति संबंध, विवाहेत्तर संबंध, घरेलू हिंसा के होते हैं। शिकायत करने वालों में प्रोफेसर से लेकर चिकित्सक तक शामिल हैं। 100 में 65 फीसदी मामलों में पढ़े-लिखे लोग पहुंच रहे हैं।
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