खेतीबाड़ी अफसरों से मिलकर पराली निस्तारण का हल ना होने पर जताया रोष
चरणजीत सिंह चन्न
जगरांव 5 नवंबर। भाकियू एकता डकौंदा के नेतृत्व में भामल कीड़ी गांव के किसानों का प्रतिनिधिमंडल सिधवांबेट में खेतीबाड़ी अफसर डॉ.धनराज और अर्शदीप सिंह से मिला। किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने धान की पराली को संभालने के लिए कृषि विभाग से सरकारी मशीनरी रीपर और बेलर की मांग की।
इस मौके पर किसान नेता रूपिंदर सिंह और जसविंदर सिंह भामल ने कहा कि गांवों के गरीब किसानों के पास पराली को संभालने के लिए पर्याप्त मशीनरी नहीं है। सरकारी मशनरियों की कमी से छोटे किसान मजबूरी में परली को आग लगा रहे हैं। कुछ दिनों में आलू और गेहूं की बुआई भी शुरू होने वाली है। जिसके लिए किसान जमीन को बेकार छोड़ने को मजबूर है।
उन्होंने कहा कि सरकार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल और सुप्रीम कोर्ट की सिफारिशों को लागू नहीं कर रही है। जैसे कि पराली को संभालने के लिए पर्याप्त मशीनरी पर्याप्त कराना और धान उत्पादकों को प्रति एकड़ पांच हजार रुपये मुआवजा देने की शर्तें अधूरी हैं। ऐसे में गरीब किसान के पास पराली को जलाने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं बचता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अब सरकारी टीमों को गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा। इस समय कृषि विभाग के अधिकारियों ने और मशीनरी उपलब्ध कराने में असमर्थता जताई। साथ ही प्रतिनिधिमंडल को पराली गलाने वाली दवा के बैग सौंप दिए। इस मौके पर किसान नेता तेजा सिंह भामल, रणजीत सिंह नंबरदार कीड़ी आदि मौजूद थे।
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