बेअंत सिंह हत्यारकांड में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग
नई दिल्ली 4 नवंबर। पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी बलवंत सिंह राजोआणा की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई थी। जिस पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई दो सप्ताह के लिए टाल दी।
जानकारी के मुताबिक अब 18 नवंबर को इस मामले की सुनवाई होगी। इस दौरान केंद्र सरकार की तरफ से जवाब दाखिल किया जाना है। राजोआणा ने याचिका में मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदलने की मांग की है। राजोआना ने अपनी याचिका में दलील दी है कि भारत सरकार ने उसकी दया याचिका में फैसला लेने में काफी देर की है, वह करीब 28 साल से जेल में बंद है।
यहां गौरतलब है कि राजोआना करीब 28 साल से जेल में बंद है। गत साल केस की सुनवाई करते हुई सुप्रीम कोर्ट ने राजोआणा की फांसी की सजा माफ करने मना कर दिया था। कोर्ट ने दया याचिका पर विचार का काम केंद्र सरकार पर छोड़ दिया था। जिस पर राजोआणा ने अपनी याचिका में दलील दी है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी सक्षम प्राधिकारी ने उसकी दया याचिका पर जरूरी निर्णय नहीं लिया है।
पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह का कत्ल 31, अगस्त, 1995 को कर दिया गया था। राजोआणा के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस के मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। कोर्ट ने राजोआणा को फांसी की सजा सुनाई थी।