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इजी मनी के लालच में फिर लूटे एक और नामी कारोबारी, प्रतिष्ठा के दबाव में मामले की जांच व खुलासा नहीं

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साइबर ठगी के बाद अब क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड के मामले आने लगे सामने

लुधियाना 3 नवंबर। ठगों द्वारा पहले साइबर फ्रॉड के जरिए लुधियाना के कारोबारियों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी कर ली गई। लेकिन अब ठगों की और से कारोबारियों के साथ फ्रॉड करने के लिए नया झांसा दिया जा रहा है। अब ठगों ने क्रिप्टो करेंसी में पैसे इन्वेस्ट करने के लालच देकर ठग लिया जा रहा है। जिसके जरिए कारोबारियों का करोड़ों रुपया ऐंठ लिया गया। लुधियाना में ताजा मामला सामने आया है। जिसमें एक नामी कारोबारी से शातिर ठगों द्वारा क्रिप्टो करेंसी में पैसा इन्वेस्ट कर दो से तीन गुना करने का लालच देकर धोखाधड़ी कर ली गई। उनके साथ करीब 9 करोड़ रुपए का फ्रॉड किया गया है। उक्त कारोबारी शहर में अपना अच्छा रसुख रखता है। हालांकि इस संबंध में कारोबारी द्वारा पुलिस को भी शिकायत नहीं दी गई है। चर्चा है कि कारोबारी द्वारा बदनामी होने के डर से पुलिस को सूचना नहीं दी जा रही है।

इजी मनी के लालच में फंस रहे लोग
लुधियाना में इजी मनी हर सेक्टर में अट्रेक्शन बनता जा रहा है। लोगों द्वारा इजी मनी के चक्कर में अपने पास मौजूद पैसा भी गंवा लिया जा रहा है। सोशल मीडिया व अन्य प्लेटफॉर्म पर जल्द पैसा कमाने के तरह तरह ले लालच दिए जाते हैं। जिसके चलते शहर में कई कारोबारी व आम जनता इन लालच में फंसकर अपने पास मौजूद पैसा भी गंवाकर ठगी का शिकार हो रहे हैं। हालांकि इजी मनी का यह गलैमर बाहर से देखने में जितना चमकता है, अंदर से उतना ही खतरनाक भी है।

डेढ़ से दो महीने में ट्रांसफर हुई पेमेंट
चर्चा है कि उक्त नामी कारोबारी की और से करीब दो महीने पहले क्रिप्टो करेंसी का कारोबार शुरु किया गया था। इस दौरान उन्हें कुछ समय में पैसा दो से तीन गुना होने का लालच दिया गया। इस लालच में आकर कारोबारी की और से डेढ़ से दो महीने के बीच ही उक्त 9 करोड़ की पेमेंट ट्रांसफर कर दी गई।

60 प्रतिशत पैसा आ सकता है वापिस
चर्चा है कि कारोबारी की और से पूरी पेमेंट बैंक के जरिए ट्रांसफर की है। ऐसे में अगर शिकायत दी जाए तो 60 प्रतिशत पेमेंट वापिस आ सकती है। लेकिन बदनामी के डर से कारोबारी चुप हुए बैठा है। हालाकि सोसायटी में लोग एक दूसरे को देखकर पैसा इन्वेस्ट तो कर देते हैं। लेकिन बाद में ठगी का शिकार हो जाते हैं। वहीं सोसायटी को भी चाहिए कि ऐसे पीड़ित लोगों को बदनाम करने की जगह उनकी सपोर्ट करनी चाहिए, ताकि किसी का कोई नुकसान न हो।

समाज को अवेयर होने की जरुरत
यूटर्न टाइम अखबार द्वारा यह खबर इसी लिए प्रकाशित की जा रहे हैं, ताकि लोग इससे अवेयर हो सके। हालांकि समाज के इन ठगों के फैलाए जा रहे जाल से बचने की जरुरत है। जबकि उक्त नामी कारोबारी को भी चाहिए कि वह बिना बदनामी के डर से पुलिस को शिकायत दें, क्योंकि ठगी कभी भी किसी के साथ भी हो सकती है। ऐसे में अगर इन मामलों को हम अपने तक सीमित रखकर अपनी प्रतिष्ठा के दबाव में आएंगे तो इन ठगों को रोकने असंभव होगा। लोगों से अपील है कि इस खबर को पढ़कर जागरूक हो।

कानून भी हुआ बेबस
चर्चा है कि पुलिस को इस ठगी के मामले की जानकारी है। लेकिन उनके पास शिकायत न आने के चलते वह आगे कार्रवाई नहीं कर पा रहे। शिकायत न आने की मजबूरी के कारण कानून भी बेबस हो चुका है। हालांकि ठगी का शिकार होने वाले शहरवासी को चाहिए कि वे पहल के आधार पर शिकायत पुलिस को दें, ताकि पुलिस तुरंत एक्शन लेकर आरोपियों को पकड़ सके और आगे होने वाली इसी वारदातों पर नकेल डाली जा सके।

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