नगर निगम प्रशासन ने सबको आखिरी नोटिस जारी किए, इमारतें तक सील करने की चेतावनी
चंडीगढ़ 26 अक्टूबर। सिटी ब्यूटीफुल में प्रोपर्टी टैक्स डिफॉल्टरों की सूची में हैरान करने वाले नाम भी शामिल हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी और पीजीआई भी टैक्स-डिफॉल्टर हैं।
जानकारी के मुताबिक इन दोनों बड़े संस्थानों पर ही अकेले कुल 107.5 करोड़ रुपये का प्रोपर्टी टैक्स बकाया है। पीयू पर करीब 66 करोड़ और पीजीआई पर 41.5 करोड़ रुपये टैक्स बकाया है। इसके अलावा सैक्टर-42 स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स करीब साढ़े 4 करोड़ तो बिजली विभाग के कई दफ्तरों भी कुछ करोड़ के बकाएदार हैं। यहां गौरतलब है कि वीरवार को प्रशासक ने नगर निगम के बजट की समीक्षा की थी। उन्होंने अतिरिक्त ग्रांट देने से मना कर दिया था और कहा कि निगम सबसे पहले अपना बकाया वसूले और खुद कमाई के साधन जुटाए।
इस आदेश के बाद निगम ‘एक्शन-मोड’ पर है। मेयर ने आदेश जारी कर अधिकारियों से 7 दिन में शहर के सभी संपत्ति कर और पानी बिलों के डिफॉल्टर्स की सूची मांगी है। चाहे वे दुकानदार, उद्यमी या पीजीआई-पीयू, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स जैसे सरकारी संस्थान हों, सबके खिलाफ कार्रवाई होगी।
मेयर ने निगम प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि सभी डिफॉल्टर्स को फाइनल नोटिस भेजें। जिसमें स्पष्ट लिखा हो कि अगर वे जल्द बकाया जमा नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसमें पानी के कनेक्शन काटने के साथ ही प्रोपर्टी सील करने की कार्रवाई भी हो सकती है। बकाया ना जमा करने वालों की सूचीअखबारों में भी प्रकाशित होगी और रेडियो पर उनके नाम बताएंगे। वित्त वर्ष 2024-25 में निगम ने 48.46 करोड़ ही संपत्ति कर वसूला है।
सभी विभागों की मीटिंग होगी :
निगम प्रशासन ने चार नवंबर को अपने सभी 36 विभागों की मीटिंग रखी है। जिसमें चर्चा होगी कि निगम को किस तरह वित्तीय संकट से उबारें। साथ ही राजस्व कैसे बढ़ाया जाए। मेयर कुलदीप कुमार ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। मेयर ने सभी पार्षदों को भी पत्र लिखा, जिसमें उनसे निगम को वित्तीय संकट से बाहर निकलने को सुझाव मांगे हैं। सभी पार्षद 7 दिन के अंदर लिखित में अपने सुझाव देंगे।
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