पंजाब 23 अक्टूबर। कपूरथला में सिविल अस्पताल से फरार हुए बंदी के मामले में कपूरथला की एसएसपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पता चला है कि बंदी के फरार होने की साजिश जेल से रची गई थी। हालांकि फरार हुए बंदी और उसके साथी को पुलिस ने कुछ ही देर बाद पकड़ लिया। फरार होने की कोशिश करने वाले आरोपी ने जेल ही फरार होने की साजिश रची थी। एसएसपी वत्सला गुप्ता ने बताया कि मंगलवार की दोपहर लगभग पौने दो बजे पुलिस गार्द जेल से यूएपीए केस के हवालाती जश्नप्रीत सिंह निवासी नूरदी थाना सिटी तरनतारन को दवा दिलाने के लिए सिविल अस्पताल लेकर आई थी। जहां कुछ समय बाद एक युवक बिना नंबर की बाइक पर आया और हवाई फायरिंग करते हुए जश्नप्रीत सिंह को बाइक पर बैठाकर भगा ले गया। गोलियां चलने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद पुलिस गार्द व PCR टीम ने पीछा करते हुए स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को सब्जी मंडी में दबोच लिया। इस दौरान एक आरोपी ने एक पुलिस कर्मी के सिर पर पिस्टल की बट से हमला कर जख्मी भी कर दिया। लेकिन पुलिस कर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए दोनों को काबू किया।
अवैध असलाह के साथ बुलाया था दोस्त को
SSP ने बताया कि पिछले वर्ष जून 2023 में जश्नप्रीत सिंह ने बटाला में शिवसेना नेता राजीव महाजन पर गोलियां चलाई थीं। इस समय जश्नप्रीत सिंह माडर्न जेल कपूरथला में बंद था। जश्नप्रीत सिंह को दवा लेने के लिए सिविल अस्पताल कपूरथला लाया गया। आरोपी ने जेल के अंदर से अपने सोर्स के जरिए अपने दोस्त अमृतपाल सिंह निवासी बच्चड़े थाना सिटी तरनतारन को अवैध असलाह के साथ अपने पास सिविल अस्पताल बुलाया। ताकि वह पुलिस हिरासत से भाग सके।