यह फैसला आतंकी हमला साबित होने के बाद लिया गया, दोनों आरोपी कर लिए गए थे अरेस्ट
चंडीगढ़ 22 अक्टूबर। यहां सैक्टर 10 में हुए ग्रेनेड हमले की जांच अब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी करेगी। इसके आतंकी हमला साबित होने के बाद यह फैसला लिया गया है।
गौलतलब है कि घटना 11 सितंबर, 2024 को हुई थी। जब दो हमलावरों ने ऑटो-रिक्शा में सवार होकर एक घर पर ग्रेनेड फेंका था। हालांकि इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन घर की खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। आतंकी ऐंगल सामने आने के बाद एनआईए ने इसे अपने हाथों में लेने का फैसला किया।
इस मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ऑटो चालक को ट्रैक कर लिया था। जिसके बाद पुलिस ने ग्रेनेड फेंकने वाले दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था। मामले में संदिग्धों की पहचान रोहन मसीह और विशाल के रूप में हुई थी। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ से पता चला कि हमला पाकिस्तान आधारित आतंकवादी रिंदा और यूएस स्थित गैंगस्टर हैप्पी पासिया ने करवाया था। पुलिस द्वारा चार्जशीट तैयार कर ली गई थी। इसे जल्द ही अदालत में पेश करने की योजना थी। हालांकि अब यह केस एनआईए के पास चला गया है, जो इस मामले की आगे जांच करेगी।
वैसे एनआईए के लिए इस केस को आगे बढ़ाना मुश्किल नहीं होगा। उनकी टीम पहले ही घटना स्थल का दौरा कर चुकी है। अब एनआईए को सभी सबूत और केस की जानकारी भी चंडीगढ़ पुलिस ने सौंप दिए हैं। गौरतलब है कि सेक्टर 10 के पॉश एरिया में हिमाचल प्रदेश से रिटायर्ड प्रिंसिपल केके मल्होत्रा के घर पर ग्रेनेड अटैक हुआ था। जिस समय घटना हुई, परिवार बरामदे में ही बैठा था। रिटायर्ड प्रिंसिपल से पहले इस घर में पंजाब पुलिस के रिटायर्ड एसएसपी हरकीरत सिंह रहते थे।
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