भारत में गर्मख्यालियों के घुसपैठ की भी आशंका
बांग्लादेश से भारत में बड़ी संख्या में घुसपैठ कराने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। जिसमें भारत-बांग्लादेश बॉर्डर की हिफाजत करने वाली बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल में रहने वाले भारत की तरफ सक्रिय मास्टरमाइंड को पकड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घुसपैठ के इस मास्टरमाइंड से पूछताछ में इस रैकेट के सरगना के बारे में भी पता लगा है। जो बांग्लादेश के श्याम नगर में बैठा है।
चिंताजनक पहलू, आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह कुछ ही समय में 100 से अधिक बांग्लादेशियों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करा चुका है। बहरहाल, मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को अन्य एजेंसियों के सुपुर्द कर दिया गया है। जिससे कि यह पता लगाया जा सके कि जो घुसपैठ कराई गई है, क्या उसमें किसी आतंकवादी और असामाजिक तत्व भी शामिल हैं ? या फिर सामान्य बांग्लादेशी नागरिक शामिल हैं। जो बांग्लादेश छोड़कर भारत में गुजर-बसर करने के इरादे से लाए गए।
इसे लेकर बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इस बारे में खुफिया इनपुट मिला था। जिस पर काम करते हुए दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की 118 बटालियन के बीओपी शमशेर नगर के जवानों ने पकड़ा। आरोपी को 13 अक्टूबर को तड़के इंटरनेशनल बॉर्डर के पास घात लगाकर पकड़ा गया। आरोपी पश्चिम बंगाल में हेमनगर कोस्टल एरिया के कालीतला गांव का रहने वाला है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि बांग्लादेश में बैठा इस रैकेट का सरगना अपने तीन साथियों के साथ मिलकर बांग्लादेशी नागरिकों को नाव में बैठाकर नदी के माध्यम से भारत बॉर्डर तक छोड़ता था। जहां से यह भारतीय दलाल उन्हें अपने साथ लाकर पश्चिम बंगाल में छोड़ देता था। इसके लिए वह प्रति बांग्लादेशी घुसपैठ के 3500 बांग्लादेशी टका लेता था। करीब दो सालों में इस तरह से उसने 100 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों की भारत में घुसपैठ कराई है। बीएसएफ के डीआईजी एनके पांडेय के मुताबिक इस मामले में संबंधित एजेंसी आगे की तफ्तीश कर रही हैं। यहां काबिलेगौर है कि बांग्लादेश में जिस समय तख्तापलट हुआ था, तब वहां पाकिस्तान समर्थित कुछ गर्मख्याली संगठन सक्रिय थे। ऐसे में यह चिंता का विषय है कि बांग्लादेश से घुसपैठ करने वाले आम नागरिकों के साथ गर्मख्याली तत्व भी कहीं भारत में दाखिल ना हो जाएं। जिन गर्मख्यालियों पर बांग्लादेश में कथित विद्रोह को भड़काने में मदद के आरोप लगे थे।
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