लखनऊ, 11 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने जननायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर सपा प्रमुख द्वारा किए गये व्यवहार को बचकाना एवं अपरिपक्वता का परिचायक बताया। उन्होंने कहा कि सपा की सोच विनाशकारी है। उन्हें सत्ता से गए हुए पूरे साढ़े सात साल हो गए, लेकिन उनकी अकड़, पुलिस के साथ बदसुलूकी और धमकी यही दिखाती है कि जनता ने उन्हें जिस हाल में पहुंचा दिया है, उसके बाद भी उनकी गुंडागर्दी, दंगाई और अराजकता बरकरार है।
वे ख़ुद को मुख्यमंत्री समझने का मुग़ालता अभी भूल नहीं पाये हैं, वे प्रदेश को वापस अराजकता की ओर लौटाने की मंशा रखते हैं, वे प्रदेश का विकास नहीं विनाश ही चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के निवासी यह भूले नहीं हैं कि उनके शासन में उनकी नहीं बल्कि गुंडे,दंगाइयों और बलात्कारियों की ही पूछ होती थी। आज वे जननायक के नाम पर राजनीतिक स्वाँग रच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जेपी की जयंती के नाम पर राजधानी लखनऊ में बड़ा बवाल खड़ा करने की सपा की कोशिशों को योगी सरकार ने नाकाम कर दिया है तो बौखलाए अखिलेश यादव पुलिस को धमका रहे हैं। पिछले साल भी अखिलेश यादव जी ने अर्ध निर्मित जेपीएनआईसी में जाकर राजनीतिक नौटंकी कर सस्ती लोकप्रियता पाने का प्रयास किया था ऐसा ही कृत्य इस बार भी उनके द्वारा किया गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अखिलेश यादव जेपी का नाम लेकर नौटंकी कर रहे है। वो जेपी के बारे में जानते ही क्या हैं। अगर वो जननायक जय प्रकाश नारायण के बारे में थोड़ा भी जानते तो उन्हीं लोगों की गोद में न बैठे होते जिनके खिलाफ ही जय प्रकाश नारायण ने पूरा आंदोलन खड़ा किया था। उन्हें पता भी है कि कांग्रेस सरकार ने जेपी के साथ क्या किया था। ये सिर्फ सत्ता लोभी लोग हैं जो आदर्शों और मूल्यों के लिए नहीं बल्कि निजी स्वार्थ के लिए राजनीति में हैं। उन्होंने कहा कि जेपी ने ही कांग्रेस की तानाशाही को हटाने के लिए संपूर्ण क्रांति आंदोलन चलाया था। उसी कांग्रेस के साथ सत्ता के स्वार्थ में सपा ने गठबंधन किया है। जनता मूर्ख नहीं है, चरित्र देखकर हिसाब बराबर कर देती है। यही कारण है कि आज दोनों सत्ता से बाहर बैठे हैं। सपा को जेपी की जयंती मनाने का नैतिक अधिकार नहीं है। उनकी सरकार के कार्यकाल में बनाया गया अर्धनिर्मित जेपीएनआईसी भ्रष्टाचार का सजीव उदाहरण है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में जेपी को भी नहीं बख्शा। उनके मुँह से लोकनायक का नाम भी अशोभनीय है। अर्ध निर्मित इमारत में वे जाकर क्या करना चाहते थे यह समझ से परे है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सपा प्रमुख की बातों में अराजकता साफ झलक रही है जो समाजवादी पार्टी का स्वभाव है। अयोध्या में नाबालिग बच्ची के बलात्कारी मोईद ख़ान और कन्नौज में बच्ची का बलात्कार करने वाले नवाब सिंह यादव जिनके ब्रांड एंबेसडर हैं उनके मुँह से लोकनायक जेपी का नाम शोभा नहीं देता है।
उन्होंने कहा किसी महापुरुष के प्रति सम्मान दिल में होना चाहिए और उसके मार्गदर्शन पर चलना चाहिए, गुंडागर्दी करके कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ाना असमाजिक तत्वों का कार्य होता है। ये नौटंकी करने वाले लोग रास्ता रोकने की बात करते हैं। इन्होंने आरक्षण के रास्ते रोके, भारतीय संविधान के निर्माता का अपमान किया, उनके नाम पर बने अंबेडकर पार्क की लाइट काट दी। महापुरुषों के नाम पर जिले और अस्पतालों का नाम बदलकर उनका अपमान किया।