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संस्कृति विभाग हिमाचल द्वारा सूफ़ी संगीत को बढ़ावा देना प्रशंसनीय कार्य – भगवान दास गुप्ता 

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हिमाचल की हसीन वादियों में गूंजे अंतरराष्ट्रीय सूफ़ी गायक नीले खान के तराने

पटियाला 3 अक्तुबर : हिमाचल प्रदेश में कुल्लू के अटल सदन के अंतरंग सभागार में जिला पटियाला के गांव ललौढा के जंमपल सूफी गायक उस्ताद नीले खान एवं पार्टी के सूफी गायन पर श्रोताओं ने संगीत का खूब आनंद लिया ।

नीले खान ने एक से एक बेहतरीन सूफी गीत गाकर महफिल में खूब वाहवाही लूटी। उन्होंने ‘तेरे रश्के कंवर’ ‘ तुम्हें दिल्लगी भूल जानी पड़ेगी’ ‘सांसों की माला में ‘ इत्यादि सूफी तराने गाकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया।

सुप्रसिद्ध हिमाचली लोकगीत ” माएं नी मेरीए शिमले दी राहें चंबा कितनी कू दूर ” अपने ही निराले अंदाज में पेश किया जो दर्शकों ने काफी पसंद किया और जोरदार तालीयों से हौसला अफजाई की।

उन्होंने ने स्रोताओं की फरमाइश पर एक पंजाबी गीत ” क्यों दूर दूर रहदें हो हुजूर मेरे कोलों सानूं दस दियो होया की कसूर मेरे कोलों ” गाकर अपनी कला का लोहा मनवाया।

चंडीगढ़ संगीत एवं नृत्य उत्सव का शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय कलाकार नीले खान, विशेष अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी व कला प्रेमी भगवान दास गुप्ता, जिला भाषा अधिकारी सुनीला ठाकुर, तथा सहायक लोक संपर्क अधिकारी जय प्रकाश शर्मा ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती की पूजा अर्चना व दीप प्रज्वलन कर किया।

इसके पश्चात संगीत की महफिल में उस्ताद नीले खान एवं पार्टी द्वारा श्रोताओं को अपने रूहानी अंदाज़ में सूफी गायन से मंत्रमुघ्ध कर दिया। उस्ताद नीले खान मशहूर सूफी गायक है, जिन्हें लोक गायकी तथा गजल गायन में हरियाणा सरकार द्वारा विभिन्न पुरस्कारों से नवाजा गया है। नीले खान आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के ए ग्रेड सूफी कलाकार, चंडीगढ़ संगीत एवं नृत्य अकादमी द्वारा अनुमोदित कलाकार, खान ने उत्तर भारतीय संस्कृति केंद्र तथा अंतरराष्ट्रीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अंतर्गत विभिन्न देशों में अपने गायन का लोहा मनवाया है। नीले खान के साथ वाद्यवृन्द के रूप में सद्दाम हुसैन, पारस, जिंदर खान, अनिल, तथा कोर्स में अमन खान, अब्दुल हमीद, सहर अली, मनी, पवन, गोगी ने साथ दिया।

शाही शहर से विशेष रुप से पहुंचे वरिष्ठ समाजसेवी पर्यावरण व कला प्रेमी भगवान दास गुप्ता ने हिमाचल प्रदेश के कला एवम् संस्कृति विभाग व चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी की सूफ़ी संगीत को बढ़ावा देने के कार्य की प्रसंशा करते हुए कहा संगीत रूह की खुराक होता है और जख्मी दिलों के लिए मरहम का काम करता है।

 

जिला भाषा अधिकारी कुल्लू सुनीला ठाकुर ने धन्यवादी शब्द बोलते हुए बताया कि यह आयोजन भाषा एवं संस्कृति विभाग हिमाचल प्रदेश एवं चंडीगढ़ संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया।

कला व संस्कृति विभाग की तरफ़ से मैडम सूनीला ठाकुर ने अंतरराष्ट्रीय सूफ़ी गायक उस्ताद नीले खान व विशेष अतिथि वरिष्ठ समाजसेवी भगवान दास गुप्ता को हिमाचली टोपी व मफ़लर पहनाकर सम्मानित किया ।

 

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