मनी लॉन्ड्रिंग में फंसाने के नाम पर डिजटली गिरफ्तारी की धमकी दी
पंचकूला 3 अक्टूबर। देशभर में साइबर ठग लगातार लोगों को निशाना बना रहे हैं। अब यहां सैक्टर-6 में रहने वाले एक बुजुर्ग को मुंबई पुलिस का अफसर बनकर ऐसे ही ठगों ने 9 लाख रुपए ऐंठ लिए।
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने बुजुर्ग को डिजिटली गिरफ्तार करने और झूठे मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर ठगी को अंजाम दिया। ठगी के शिकार सैक्टर-6 निवासी मनोहर सिंह ने साइबर क्राइम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। जिसके मुताबिक 30 सितंबर को मनोहर सिंह को एक व्हाट्सऐप कॉल आई। जिसमें खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताने वाले व्यक्ति ने कहा कि आपके नाम से एक फर्जी बैंक अकाउंट खोला गया है। आरोपी ने मनोहर के नाम का केनरा बैंक का डेबिट कार्ड और पासबुक भेजी थी। हालांकि शातिर ठगों ने बाद में डिलीट भी कर दिया।
जब मनोहर ने कहा कि उनका केनरा बैंक में कोई खाता नहीं है तो आरोपी ने दावा किया कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग की गई है। उन्हें गिरफ्तार करने का वारंट जारी हो चुका है।
डिजिटली गिरफ्तारी का डर दिखाकर ठगों ने मनोहर को धमकी दी कि उन्हें डिजिटली गिरफ्तार किया जा रहा है। अब वह अब अपने घर से बाहर नहीं जा सकते है। किसी से बात करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
बाकायदा वीडियो कॉल पर एक पुलिस अधिकारी की वर्दी में व्यक्ति दिखाकर मनोहर को भरोसे में लिया गया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। साथ ही कहा कि अगर वे निर्दोष हैं तो इसकी पुष्टि करने के लिए 9 लाख रुपए एक बताए बैंक अकाउंट में जमा करने होंगे। आरोपी ने मनोहर से बैंक खातों की जानकारी लेकर 9 लाख रुपए एक बैंक खाते में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद ठगों ने और पैसे जमा करने की मांग की। जिससे मनोहर को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने तुरंत साइबर क्राइम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने किया लोगों को अलर्ट :
लगातार साइबर ठगी के मामलों के मद्देनजर पुलिस अधिकारियों ने जनता को जागरूक किया है। उन्होंने कहा कि डिजिटली गिरफ्तारी का कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। ऐसे मामलों में लोगों को डराने के लिए इस प्रकार के शब्दों का उपयोग किया जा रहा है। यदि कोई इस तरह की धमकी देता है तो यह स्पष्ट रूप से एक धोखाधड़ी का मामला है।
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