कोलकाता रेप केस के बाद ठोस पहल, वॉकी-टॉकी से लैस सुरक्षा कर्मी कैंपस में करेंगे कड़ी निगरानी
चंडीगढ़ 3 अक्टूबर। कोलकाता रेप केस के बाद यहां पीजीआई ने महिला सुरक्षा समिति का गठन कर अहम पहल की है। इस 28 मेंबरी समिति में 14 महिला सदस्य भी रहेंगी। इसके साथ ही कैंपस में तैनात सुरक्षाकर्मियों को जल्द ही वॉकी-टॉकी से लैस किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक यह कदम पीजीआई कैंपस में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति की तत्काल पहचान के साथ प्रशासन को सूचित करने के मकसद से उठाया गया है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विभागाध्यक्षों से फीडबैक लेने के बाद एक व्यापक सिक्योरिटी चैक लिस्ट तैयार की गई है। साथ ही उप-समितियां बनाकर सुरक्षा मामलों की समीक्षा भी की जा रही है। इस प्रक्रिया के दौरान मिले सुझावों के आधार पर अंतिम दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे।
पीजीआई प्रशासन के अनुसार कोलकाता के ‘आरजी कर मेडिकल कॉलेज’ में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद यह कदम उठाया गया। पीजीआई ने 28 मेंबरी महिला सुरक्षा समिति में 14 महिला फेक्लटी मेंबर को भी शामिल किया है। यह समिति विभिन्न एसोसिएशनों के साथ मिलकर महिला सुरक्षा पर काम कर रही है। यहां गौरतलब है कि पीजीआई ने 930 हाई-रेजोल्युशन सीसीटीवी कैमरे पहले ही लगा रखे हैं। इनके जरिए 24 घंटे निगरानी के लिए एक कंट्रोल रुम भी बनाया गया है।
इस तरह होंगे मुख्य सुरक्षा उपाय :
सुरक्षा उपायों के तहत सीसीटीवी निगरानी, अभिगम नियंत्रण, आपातकालीन तैयारी, सुरक्षाकर्मियों का प्रशिक्षण प्रमुख पहलू हैं। इनके अलावा पीजीआई कैंपस में अंधेरे वाले स्थानों पर बेहतर प्रकाश व्यवस्था के अलावा स्थानीय पुलिस के साथ कोर्डिनेशन शामिल है।
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