दूसरी स्टेटों से बिना NOC खरीदते थे कारें, मोबाइल ऐप से जाली आरसी बना बेचते थे आगे, एक पंजाब पुलिस का जाली मुलाजिम शामिल

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BMW, मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें फर्जी तरीके से बेचने वाले 2 कार डीलर गिरफ्तार

(राजदीप सिंह सैनी)

लुधियाना 2 अक्टूबर। दूसरी स्टेटों से बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज जैसी लग्जरी कारें बिना एनओसी के खरीद ऐप के जरिए जाली आरसी और नंबर प्लेट बना आगे बेचने वाले लुधियाना के पंजाब पुलिस के जाली मुलाजिम कार डीलर व साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक बीएमडबल्यू, एक मर्सडीज, एक इनोवा, एक करेटा, एक जिमनी कार बरामद की है। इसी के साथ एक पुलिस का जाली आईडी कार्ड और दो जाली नंबर प्लेट बरामद की है। थाना दुगरी की पुलिस ने राजगुरु नगर के अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श, शहीद करनैल सिंह नगर के अमरजीत सिंह उर्फ अमर और छावनीं मोहल्ला के अमनप्रीत सिंह उर्फ सनी उर्फ शैंटी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले में आरोपी अमनपप्रीत सिंह अभी फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस रेड कर रही है। पुलिस ने गिरफ्तार दो आरोपियों को अदालत में पेश करके चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। सीआईए-2 के इंचार्ज इंस्पेक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि उक्त तीनों आरोपी मिलकर कार सेल परचेज का कारोबार करते है। जिसकी वह दूसरी स्टेट से कारें मंगवाकर उनकी जाली आरसी बनाकर, उस पर जाली नंबर प्लेट लगाकर आगे बेच

ते हैं। जिसके चलते पुलिस ने रेड करके आरोपी अर्शदीप व अमरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

दूसरे राज्यों से सस्ते भाव पर लेते थे कारें
एसएचओ राजेश शर्मा ने बताया कि आरोपियों द्वारा दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल, चंडीगढ़ समेत अलग अलग स्टेट में बिकने वाली लग्जरी कारें सस्ते भाव पर खरीदी जाती थी। जिसके बाद उन्हें मोडिफाई करके तैयार किया जाता था। फिर उनके जाली दस्तावेज तैयार करके लुधियाना में महंगे भाव पर बेचकर मोटी कमाई की जा रही थी।

आरसी पर नाम असली मालिक का, एड्रेस होता था जाली
एसएचओ राजेश शर्मा ने बताया कि आरोपियों द्वारा पंजाब स्टेट की जाली आरसी तैयार की जाती थी। जिसके लिए वह मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करते थे। मोबाइल पर ही आरसी बनाकर उसका प्रिंट निकलवा लिया जाता था। आरसी पर नाम असली मालिक का रहता था, जबकि उस पर मालिक का एड्रेस और वाहन नंबर पंजाब का रखा जाता था। जिसके चलते किसी को शक नहीं होता था।

खुद ही तैयार की जाती थी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट
आरोपियों से बरामद हुई बीएमडब्ल्यू कार पर असली नंबर दिल्ली का है, लेकिन आरोपियों द्वारा उस पर एएफ लिखा रखा था। हालाकि उनसे बरामद कई कारों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी हुई है। पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपियों द्वारा जाली हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट भी खुद ही तैयार कर ली जाती थी। उनके पास से दो जाली नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं।

एक कार ढूंढने, दूसरा मैकेनिक व तीसरा फाइनेंस का करता था काम
एएसआई विसाखा सिंह ने बताया कि उक्त कार डीलर गैंग का सरगना आरोपी अर्शदीप सिंह है। आरोपियों द्वारा आपस में काम बांट रखे थे। जिसमें अमरजीत मैकेनिक, अर्शदीप फाइनेंस व सनी कारें ढूंढने का काम करता था। सनी द्वारा अलग अलग स्टेट में जाकर कारें ढूंढी जाती थी। जिसके बाद तीनों वहां कार खरीदने जाते थे। अमरजीत मैकेनिक होने के चलते कार की चैकिंग करता था। फिर अर्शदीप सिंह कार खरीदने के लिए पैसा इन्वेस्ट किया जाता था।

ट्रक चुराने की वारदातें करता है अमनप्रीत
पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि आरोपी अमनप्रीत उर्फ सनी पर पहले भी कई पर्चे दर्ज है। उस पर 2018 में संगरुर और 2023 में रूप नगर में ट्रक चोरी करने का पर्चा दर्ज है। दोनों मामलों में उसने लोगों के घरों के बाहर खड़े ट्रक चोरी किए थे। हालाकि बाद में वह पकड़ा गया। जिसके चलते वह अगस्त 2023 में जमानत पर रिहा होकर आया था।

मोबाइल पर बनाया पुलिस का आईडी कार्ड
पुलिस को आरोपी अर्शदीप सिंह के पास से पंजाब पुलिस का एक जाली आईडी कार्ड भी बामद हुआ है। अर्शदीप खुद को पंजाब पुलिस को मुलाजिम बताता था। उक्त कार्ड को वह टोल प्लाजा फ्री में पार करने के लिए इस्तेमाल करता था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने वह कार्ड भी मोबाइल ऐप से बनाया था। एसएचओ राजेश शर्मा अनुसार आरोपी पिछले लंबे समय से उक्त धंधा कर रहे थे। वह जांच कर रहे है कि कही आरोपियों ने कारों को टैंपर तो नहीं कराया था।

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