मिले सुर मेरा-तुम्हारा, तभी बुड्ढा नाला बन सकेगा दरिया, गोगी ने दिया नया फार्मूला
लुधियाना 1 अक्टूबर। बुड्ढे दरिया को प्रदूषित करने के मामले में महानगर की डाइंग, इलेक्ट्रोप्लेटिंग और इंजीनियरिंग इंडस्ट्री आमने-सामने हो चुकी हैं। इसके लिए पंजाब की आप सरकार के जनप्रतिनिधि भी सवालिया घेरे में हैं। कल इलेक्ट्रोप्लेटिंग इंडस्ट्री समेत तमाम इंजीनयरिंग इंडस्ट्री की एसोसिएशनों ने डाइंग इंडस्ट्री व आप विधायक गुरप्रीत गोगी को आड़े हाथों लिया था। अगले ही दिन यानि मंगलवार को हालात दिलचस्प बन गए।
सर्किट हाउस में आप विधायक गुरप्रीत गोगी ने कथित तौर पर उद्यमियों की ‘गलतफहमी’ दूर करने को उनके साथ सर्किट हाउस में मीटिंग की। कुल मिलाकर इंडस्ट्री की एसोसिएशनों के पदाधिकारी यह कहकर ‘बैकफुट’ पर नजर आए कि उनको ‘मिस-लीड’ किया गया था। दूसरी तरफ, लुधियाना वैस्ट से आप विधायक गुरप्रीत गोगी ने नया तर्क दिया कि डाइंग इंडस्ट्री के साथ उन्होंने इंडस्ट्री नहीं, बल्कि पंजाब पॉल्यूशन बोर्ड पर बुड्ढे दरिया को प्रदूषण मुक्त ना करा पाने का आरोप लगाया था।
यहां गौरतलब है कि विधायक गोगी कहीं ना कहीं जेबीआर के नाम से गुरजे करते नजर आए। इससे भी दिलचस्प पहलू रहा कि विधायक गोगी ने राजनेताओं के साथ ही उद्यमियों पर भी तंज कसते कहा कि हमारे बीच कुछ ‘काली-भेड़ें’ हैं, जो सरकार के नुमाइंदों और उद्यमियों के बीच टकराव पैदा करने की साजिशें रचती हैं।
हेयर ट्रांसप्लांट की मिसाल के साथ गोगी का यूटर्न :
विधायक गोगी इस मीटिंग में फिर शायराना अंदाज में बोले कि अब हेयर ट्रांसप्लांट से गंजों के सिर पर बाल उगते हैं। फिर भला बुड्ढा नाला फिर से दरिया क्यों नहीं बन सकता है। बस नीयत साफ होनी चाहिए। बताते चलें कि कभी इंडस्ट्री की मीटिंग में यही गोगी बोले थे कि जैसे मेरे सिर पर बाल नहीं उग सकते, वैसे ही बुड्ढा दरिया साफ नहीं हो सकता है। हालांकि अब सुर मिलाने की बात करते हुए गोगी ने उद्यमियों से इस मुद्दे पर सहयोगात्मक रवैया अपनाने वाले संकेत दिए।
सुर मिलाते नजर आए उद्यमी भी :
आज की मीटिंग में इडंस्ट्रियल एसोसिएशनों की ओर से वरिष्ठ उद्यमी रजनीश आहूजा, पंकज शर्मा, उपकार सिंह आहूजा और अजीत लाकड़ा की खास मौजूदगी रही। विधायक गोगी के बदले लहजे के बाद लाकड़ा और आहूजा ने सुझाव दिया कि सरकार बुड्ढे नाले की सफाई का काम ऐसी कंपनी को दे, जो नाले के अंतिम सिरे पर 2 हजार एमएलडी का ऐसा प्रोजेक्ट लगाए, जिसमें सारा पानी ट्रीटमेंट के बाद ही नाले से दरिया में जाए। साथ ही उद्यमियों से भी आग्रह किया कि इस मुद्दे पर आपस में लड़ने की बजाए बुड्ढे दरिया में चाहे जो डाले, मगर अंतिम सिरे पर हाई-पावर प्रोजेक्ट से पानी ट्रीट किए जाने पर फोकस किया जाए।
सीएम से खफा हैं उद्यमी :
इसी मौके पर उद्यमियों ने लगे हाथों पंजाब की आप सरकार के खिलाफ भड़ास भी निकाल ली। उन्होंने कहा कि तीन साल में सीएम भगवंत मान ने इंडस्ट्री को आधे घंटे भी मिलने का समय नहीं दिया।
‘गोलमाल’ पर चर्चा करते दिखे उद्यमी :
इसी बीच उद्यमियों ने चुटकी लेते यह चर्चा भी की कि बुड्ढे दरिया में पिछले 20 साल से केवल 5 लाख लीटर पानी गिरता है। जबकि 1600ल यूनिटों का पानी जेबीआर में पहुंचता है। दूसरी तरफ ऐसी यूनिटों के बिजली बिल दस गुना हो चुके हैं। यह क्या माजरा है, समझ से परे नजर आता है।
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