चंडीगढ़ 25 सितंबर। चंडीगढ़ पीजीआई में सुरक्षा व्यवस्था को मजबुत करने के लिए गठित उप-समिति ने कई अहम सिफारिशें की हैं। इन सिफारिशों में अस्पताल के सुरक्षा कर्मचारियों को पुलिस के सहयोग से विशेष प्रशिक्षण देने, अस्पताल के प्रवेश द्वारों पर अलार्म सिस्टम की तैनाती और रक्षा पृष्ठभूमि से त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) के लिए अधिकारियों की भर्ती जैसे उपाय शामिल हैं। इसके साथ ही, पीजीआई कर्मचारियों के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर की शुरुआत करने का भी प्रस्ताव दिया गया है। उप-समिति द्वारा तैयार की गई यह सुरक्षा चेकलिस्ट महिला सुरक्षा समिति के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी, जो इसे लागू करने के लिए दिशा-निर्देश तैयार करेगी। सुरक्षा को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करते हुए, पीजीआई ने 17 अगस्त को एक महिला सुरक्षा समिति का गठन किया था।
बायोमेट्रिक दरवाजे, पैनिक बटन लगाने की सिफारिश
अस्पताल में समर्पित हेल्पलाइन ‘1111’ की शुरुआत करने को कहा। ताकि आपातकालीन स्थितियों में पीजीआई स्टाफ त्वरित सहायता प्राप्त कर सके। मरीज भर्ती और चिकित्सा कर्मियों का अधिक आने जाने वाले स्थानों पर गश्त बढ़ेगी। सुरक्षा गार्डों की तैनाती बढ़ाई जाएगी। कर्मचारियों के लिए अलग-अलग ड्यूटी रूम और चेंजिंग रूम व्यवस्था होगी। संवेदनशील क्षेत्रों में बायोमेट्रिक दरवाजे लगेगें और कर्मचारियों के लिए सेंसर कार्ड आधारित प्रवेश प्रणाली लागू होगी। महिला सुरक्षा के लिए सभी क्षेत्रों में पैनिक बटन की सुविधा दी जाएगी। पीजीआई स्टाफ और छात्रों के लिए एक मोबाइल एप विकसित किया जाएगा, जिसमें रियल-टाइम लोकेशन शेयरिंग, इमरजेंसी अलर्ट, और सुरक्षा टीमों से त्वरित संपर्क की सुविधा होगी।