यह अहम शॉर्ट-मूवी लुधियाना के नागरिकों को सतलुज नदी के संरक्षण के लिए प्रेरित करती है
लुधियाना 22 सितंबर। सतलुज दरिया को लुधियाना की लाइफ-लाइन माना जाता है। इसकी सुंदरता और महत्व को उजागर करने के लिए एक लघु वृत्तचित्र तैयार की गई है। इस फिल्म का शीर्षक ‘नदी के किनारे’ रखा गया है।
विश्व नदी दिवस 2024 को समर्पित यह फिल्म ‘सतलुज-लुधियाना प्रकृति की गहराई’ को लुधियाना के लिए एक उपहार के रूप में जारी किया गया। ताकि यह लुधियाना शहर से सटे सतलुज दरिया को देख सकें। जिसमें सतलज दरिया के किनारों के आसपास मंत्रमुग्ध प्राकृतिक स्थानों को दर्शाया गया है। जो सुंदर मनोरम दृश्य को जीवंत बनाते हैं। घनी आबादी वाले पेड़ और सतलुज नदी का चमकता पानी इसकी खूबसूरती दर्शाते हैं।
यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म लुधियाना के नागरिकों के बीच काफी रुचिकर होगी। यह प्रकृति के अनूठे प्राकृतिक स्थान को खूबसूरती से पेश करती है। जिस पर अब तक लुधियाना के लोगों का ध्यान नहीं गया। यह फिल्म विश्व नदी दिवस की पूर्व संध्या पर पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने में नदियों की महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाती है। फिल्म के निर्देशक हरप्रीत संधू ने कहा कि इस लघु फिल्म को बनाने का उनका एकमात्र उद्देश्य लुधियाना के लोगों को आसपास की प्रकृति के प्रति अधिक जागरू और नदियों को संरक्षित करने के लिए प्रेरित करना है। लुधियाना के प्रख्यात डेंटल और फोटोग्राफर डॉ. विवेक सग्गड़ ने सतलुज नदी को चित्रित करने वाली लघु वृत्तचित्र फिल्म बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि हम सभी को विश्व नदी दिवस 2024 की थीम ‘जीवन के जलमार्ग’ को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। नदियां वन्य जीवन, कृषि और मानवीय गतिविधियों को समर्थन देने में भूमिका निभाती हैं।
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