पंजाब 22 सितंबर। बठिंडा में कुछ असामाजिक तत्वों ने आज चलती रेल को पटरी से उतारने की कोशिश की है। उन्होंने पटरी पर लोहे के कई सरिये रख दिए, जिससे ट्रेन का बैलेंस बिगड़ जाए और रेलगाड़ी बेपटरी हो जाए। हालांकि, ट्रेन के पायलट की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा टल गया। पायलट ने समय रहते ट्रेन को रोक लिया और आरपीएफ को सूचना दी। सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी, रेलवे पुलिस और जिला पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। गेट मेन कृष्ण मीना के अनुसार, आज सुबह करीब 3 बजे बठिंडा के बंगी नगर के पास एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यहां दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी आ रही थी। उसकी स्पीड कम थी, इसलिए गाड़ी के पायलट की नजर अचानक से रेलवे ट्रैक पर रखी किसी वस्तु पर पड़ी। इसके बाद पायलट ने समय रहते रेलगाड़ी में ब्रेक लगा दिए। जब उसने गाड़ी से उतरकर पैदल जाकर आगे देखा तो वहां ट्रैक पर कुछ सरिए पड़े थे। पायलट ने उन सरियों को एक तरफ किया और आरपीएफ को साजिश के बारे में अवगत कराया। अधिकारियों के साथ जीआरपी ने मौके पर पहुंचकर देखा कि रेलवे ट्रैक के बीच में किसी ने मोटे सरिया रखे थे। इसके बाद रेल गाड़ी को डीरेल करने की साजिश का खुलासा हुआ। इस रुकावट के कारण वह रेलगाड़ी अपने निर्धारित समय से करीब 1 घंटा लेट हुई।
कानपुर में ट्रेक पर सिलेंडर मिले
वहीं, कानपुर में ही प्रेमपुर स्टेशन के पास जेटीटीएन गुड्स ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश रची गई। ट्रैक पर एक छोटा सिलेंडर रखा मिला। रविवार सुबह करीब 6 बजे लूप लाइन पर लोको पायलट ने सिलेंडर देखते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को सिलेंडर से 10 फीट पहले ही रोक लिया। देश में ट्रेन को बेपटरी करने की यह 57 दिन में 23वीं कोशिश थी।