केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर कांग्रेस में चल रहे घमासान का सियासी फायदा उठाने के चक्कर में
हरियाणा 21 सितंबर। विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान चरम पर पहुंचने के साथ प्रमुख राजनीतिक दलों में बगावती सुर भी तेज हो गए हैं। अब कांग्रेस हाईकमान के फैसलों से खफा पार्टी की वरिष्ठ नेता कुमारी शैजला को लेकर सियासत गर्माने लगी है।
यहां दिलचस्प कहावत भी लागू हो रही है कि अपने घर में लगी आग बुझाने के बजाए दिग्गज नेता दूसरों के ठिकानों में उठती चिंगारी को भड़काने जुटे हैं। अब सूबे में कांग्रेस की गुटबाजी का फायदा बीजेपी उठाने के चक्कर में है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर शैलजा प्रकरण में कूद पड़े हैं। उन्होंने बाकायदा शैलजा को भाजपा के साथ चलने का न्योता दे डाला।
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री खट्टर ने कांग्रेस की गुटबाजी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी की दलित नेता कुमारी शैलजा का अपमान किया जा रहा है। उनको गालियां तक दी गई हैं और अब वे घर बैठ गई हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और गांधी परिवार को उनका अपमान करने के बाद भी शर्म नहीं आ रही। उन्होंने दलित समुदाय की तरफ इशारा करते हुए कहा कि एक बड़ा वर्ग सोच रहा है कि क्या करें। हमने कई नेताओं को अपने साथ मिलाया है और हम उन्हें (शैलजा को) भी अपने साथ लाने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि खट्टर के इस ऑफर ने हरियाणा की सियासी माहौल में हलचल पैदा कर दी। उनका यह बयान तब आया, जबकि शैलजा एक हफ्ते से पार्टी के प्रचार अभियान से दूरी बनाए हुए हैं। वह अपने घर पर समर्थकों से तो जरुर मिल रही हैं, लेकिन क्षेत्र में सक्रिय नहीं दिखाई पड़ रही हैं। शैलजा का प्रभाव दलित वोटरों पर है। उनका एक इशारा कांग्रेस के लिए हरियाणा में दिक्कतें पैदा कर सकता है। कुमारी शैलजा की नाराजगी का फायदा उठाने को भाजपा बेताब नजर आ रही है।
यहां बता दें कि भाजपा की पूरी कोशिश है कि किसी तरह से भी कांग्रेस को मिल रहे फायदों को अपनी तरफ मोड़ा जाए। भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा कि जब कांग्रेस अपनी दलित नेता कुमारी शैलजा का सम्मान नहीं कर पाई तो प्रदेश के बाकी दलितों का क्या करेगी। कुछ दिन पहले ही बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक और बसपा सुप्रीमो मायावती के भतीजे आकाश आनंद ने भी शैलजा के बहाने कांग्रेस को घेरा था, जिसके बाद से यह मुद्दा गर्मा गया था। अब भाजपा इस मुद्दे को और हवा देने की कोशिश कर रही है। ताकि दूसरे घर में लगी आग में हाथ सेंके जा सकें।
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