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बरसात के मौसम के कारण खदानों पर रोक के बाद भी अवैध खनन धड़ल्ले से जारी

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शिकायतकर्ता ने खनन और पुलिस विभाग की मिलीभगत का लगाया आरोप

 

1 दिन में होता है कम से कम 50 लाख का दो नंबरी ‌कारोबार

चरणजीत सिंह चन्न

जगराओ, 19 सितंबर :-ड्रेन एवं माइनिंग विभाग द्वारा बरसात के मौसम के चलते जुलाई, अगस्त और सितंबर में सतलुज नदी में खनन पर प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद रेत माफिया द्वारा रात में बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। सोशल मीडिया पर मिले पोस्ट में अवैध खनन और उत्खनन से जुड़े वीडियो जारी किए गए हैं। शिकायतकर्ता ने पत्र लिखकर माइनिंग और पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का आरोप लगाया है और लिखा है कि जब से सतलुज नदी में माइनिंग पर रोक लगी है, तब से रेत माफिया के कुछ लोग गांव मध्यपुरा, गांव कनीया के लुधियाना साइड में अवैध रूप से खनन कर रहे हैं सतलुज नदी के उस पार जालंधर की तरफ गांव बागियां में सतलुज नदी की खदानों में अवैध खनन किया जा रहा है। सिधवां बेट से लेकर रायकोट तक कई स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों

मैं रात के समय पुलिस स्टेशन सिधवां बेट के मध्यपुर की जमीन पर चल रही अवैध खदान में रेत भरकर गुजरने वाले वाहनों की फुटेज भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। यह नाजायज मीनिंग वाले वाहन थाना सिधवा बेट, डीएसपी कार्यालय जगराओं, एस.एस.पी. कार्यालय जगराओं, थाना सिटी, जगराओं से गुजरते हुए बिना किसी रोक-टोक के बरनाला की ओर चला जाता है। जब इसकी सच्चाई जानने के लिए पत्रकारों ने पिछले कुछ दिनों से मध्यपुर की जमीन पर हो रहे अवैध खनन का दौरा किया तो इस खड्ड में ट्रैक्टर वाहनों के ताजा निशान भी नदी में हो रहे अवैध खनन की गवाही दे रहे थे। मध्यपुर गांव के इस बीहड़ में बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन हो रहा है

इस संबंध में जब सिधवा बेट थाना प्रमुख से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला अभी तक मेरे ध्यान में नहीं आया है। मामला ध्यान में आने पर दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वैसे तो हमारी रूटीन चेकिंग चलती रहती है।

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