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सिर चुन्नी से ढंक कर प्रचार… क्या जुलाना की बहू बनकर जीत पाएंगी विनेश फोगाट, विपक्ष खेल रहा बाहरी कार्ड

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हरियाना/यूटर्न/17 सितंबर: हरियाणा के जुलाना विधानसभा सीट से कांग्रेस ने भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है। विनेश ने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीते हैं। अब वो जुलाना की बहू के रूप में वोट मांग रही हैं। जुलाना से बाहर की होने के आरोपों के बीच, विनेश खुद को जुलाना की बहू के रूप में पेश करके वोट मांग रही हैं। ग्रामीण मतदाताओं की पारंपरिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, पहलवान से नेता बनीं विनेश हरियाणा के गांवों की परंपरा के अनुसार अपना सिर चुन्नी से ढंक रही हैं। अपनी जनसभाओं में, विनेश क्षेत्र के साथ अपने संबंधों पर जोर दे रही हैं।
जनता से ये अपील कर रही विनेश
अक्सर उन्हें यह कहते हुए सुना जाता है कि मैं इस धरती की बहू हूं और इसे कभी नहीं छोडूंगी। यह आश्वासन ऐसे समय में आया है जब स्थानीय लोग विनेश फोगाट को बाहरी बता रहे हैं, जो चुनाव के बाद चली जाएंगी। हालांकि विनेश को कांग्रेस का टिकट उनके पति सोम्बिर राठी के जुलाना के पास बता खेड़ा गांव से ताल्लुक रखने के कारण दिया गया है, लेकिन उनका परिवार अब सोनीपत में बस गया है और विनेश का अपना परिवार चरखी दादरी जिले के बलाली गांव का है। विनेश क्षेत्र के किसानों की दुर्दशा पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। फोगाट अपनी जनसभाओं में किसानों और सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ बल प्रयोग के लिए भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेती हैं। वह अपने भाषणों में कहती हैं कि अब बदला लेने और उन्हें वोट देकर बाहर करने का समय आ गया है।
जुलाना की बहू जुलाना की बेटी
विनेश का जुलाना की बहू का नारा अपनी आप प्रतिद्वंद्वी कविता दलाल की जुलाना की बेटी की अपील का मुकाबला करने का एक प्रयास है। जहां विनेश यौन उत्पीडऩ के खिलाफ लडऩे और कुश्ती के मंच पर चमकने के लिए जानी जाती हैं, वहीं कविता भारत की एकमात्र ऐसी महिला हैं जिन्होंने विश्व भर में परफॉर्म किया है। 2023 में उन्होंने भारतीय भारोत्तोलन महासंघ के तत्कालीन अध्यक्ष आईपीएस हरभजन सिंह पर अपने करियर के दौरान यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया था। उन्होंने 2016 के दक्षिण एशियाई खेलों में 75 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था।
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