उद्यमियों-निवेश माहिरों ने सांझा मंच ‘ग्रोथ वाइन वेंचर’ की ओर से स्टार्टअप को लेकर कराया सफल कार्यक्रम
लुधियाना 15 सितंबर। इंडस्ट्रियल सिटी होने के नाते लुधियाना में स्टार्टअप को लेकर बहुत संभावनाएं है। खासतौर पर यंग-एंटरप्रन्योर का इस पर ज्यादा फोकस है। ऐसे में उद्यमियों और निवेश के जानकारों ने मिलकर एक मंच ग्रोथ वाइन वैंचर नाम से तैयार किया था। उसकी ओर से स्टार्टअप को लेकर एक महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धक कार्यक्रम महानगर में कराया गया। जिसमें एक्सपर्ट्स ने स्टार्टअप को लेकर अवेयरनेस के साथ अहम टिप्स दिए।
इस आयोजन के प्रमोटर रजनीश सांवलका ने अपने इस आइडिया को लेकर खुलासा किया कि स्टार्ट-अप को एक कल्चर की तरह प्रमोट करने के लिए दोस्तों के साथ एक प्लेटफार्म ग्रोथ वाइन वैंचर्स के नाम से बनाया। वैसे तो लुधियाना का हर बिजनेस स्टार्टअप है, लेकिन हकीकत में स्टार्टअप में बिजनेस की ग्रोथ कई गुना तक बढ़ जाती है। यही हमारा प्रयास है कि बिजनेस की ग्रोथ इसी तरह हो सके। उनके सहयोगी मिस्टर सोनू, आशीष अग्रवाल सीए के अलावा निवेश के नजरिए से दो एक्सपर्ट अंकित और शुभम गुप्ता दिल्ली से आए। इनके अतिरिक्त पुष्पेंदर सिंह एक मैंटर के तौर पर अवेयरनेस में अहम भूमिका निभाते हैं।
प्रमोटर सांवलका ने यह भी स्पष्ट किया कि इस प्लेटफार्म को ग्रोथ वाइन वेंचर इसलिए नाम दिया गया, दरअसल वाइन यानि बेल जिस तरह आगे से आगे बढ़ती है, उसी तरह स्टार्टअप की ग्रोथ हो सके। हमारे इस वेंचर में दो तरीकों यानि सिंडिकेट मैथड और डायरेक्ट मैथड के जरिए स्टार्टअप से जुड़ा जा सकता है। मिसाल के तौर पर डायरेक्ट मैथड के तहत 3 करोड़ वाले स्टार्टअप में 25 लाख भी लगा सकते हैं। अगर सिंडिकेट मैथड की बात करें तो उसमें करार के मुताबिक कम से कम 2.5 लाख तक टिकट चाहिए।
साथ ही इस प्रोग्राम से मिली सीख के बारे में उन्होंने कहा कि स्टार्टअप का सक्सेस-रेट बहुत अच्छा नहीं और हाई-रिस्क है। लिहाजा अलग-अलग स्टार्टअप में निवेश करने की जरुरत है। ताकि रिस्क कई जगह बंटकर कम हो जाए। साथ ही जो स्टार्टअप कामयाब होगा, वह बड़ा फायदा दे सकता है। अपना अनुभव साझा करते उन्होंने बताया कि मेरे एक स्टार्टअप से आठ गुना फायदा मिल रहा है। हालांकि एक स्टार्टअप में मैंने गंवाया भी है, लेकिन जितना गंवाया, उससे चौगुना कमा भी लिया। अगले प्रोग्राम को लेकर उन्होंने कहा कि उनके पार्टनर दिल्ली में हैं, जो लगातार फॉलोअप करते हैं। जो फायदेमंद स्टार्टअप लगेंगे, उनको ही अगली बार लेकर आएंगे।
उनके सहयोगी मिस्टर सोनू ने कहा कि बिजनेस से जुड़े लोगों को लगता है कि आजकल रियल एस्टेट और स्टॉक मार्केट काफी तेज हैं। लिहाजा उनकी सोच यह रहती है कि इनमें ही इन्वेस्टमेंट किया जाएगी। जबकि हमारे प्लेटफार्म के जरिए स्टार्टअप को लेकर बहुत सारे विकल्प और भी हैं। मेरे समेत हमारे ज्वाइंट-वैंचर में सभी बिजनेसमैन और सीए हैं। जो स्टार्टअप का गहन अध्ययन कर यह तय करते हैं कि हमारे बिजनेस-हब लुधियाना के लिए कौन-कौन से स्टार्टअप ज्यादा फायदेमंद और बेहतर हो सकते हैं। इसके कई तकनीकी पहलू होते हैं। उनको समझना पड़ता है कि हमारे देश, इंडस्ट्रियल सिटी के लिए ज्यादा बेहतर कौन से स्टार्टअप हो सकते हैं। यहां पर प्रोग्राम में नौ स्टार्टअप रखे गए। इनमें पॉजेटिव-इन्वेस्टमेंट हो सकती है। हमें भरोसा है कि लोग इस सिस्टम से जुड़ेंगे। आमतौर पर ज्यादा गेस्ट-स्पीकर वाले प्रोग्राम सफल माने जाते हैं, इसे लेकर उन्होंने साफ किया कि हमारे प्रोग्राम के लिए भी दस एक्सपर्ट के ऑफर थे। हमारी टीम ने उनमें से तीन को चुना। दरअसल जो स्टार्टअप सामने रखे गए, उनमें से एक में हमारी टीम के मेंबर खुद इन्वेस्टर हैं।
उनके मुताबिक बाकी और भी कई स्टार्टअप थे, जिनको लेकर लोगों ने सहमति जताई। आने वाले दिनों में उनमें इन्वेस्टमेंट होंगे, ऐसी पूरी उम्मीद है। ग्रोथ वाइन वेंचर को लेकर उन्होंने कहा कि यह पहले दिल्ली से गुड़गांव में ऑपरेट हो रहा था, लेकिन लुधियाना में हमारे इन्वेस्टर-टीम थी। लिहाजा यहां फोकस किया, यह टीम नेटवर्क है। साथ ही जो एक्सपर्ट यहां आए, वे भी गंभीरता से सब कुछ कर रहे हैं।
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