दी चेतावनी, मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी, फॉल्ट होंगे तो भी नहीं ठीक करने जाएंगे
लुधियाना 12 सितंबर। पंजाब के सरकारी डॉक्टरों की तरह ही बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी अपनी हड़ताल आगे बढ़ा दी। अब बिजली कर्मी 17 सितंबर तक के लिए सामूहिक छुट्टी पर चले गए हैं।
हड़ताल की अगुवाई ज्वाइंट फोरम पंजाब, बिजली कर्मचारी एकता मंच और जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन कर रही है। यूनियनों ने पंजाब सरकार पर मांगें नहीं मानने और इनको गंभीरता से ना लेने के आरोप लगाए थे। हड़ताली बिजली कर्मियों ने फिर चेतावनी दोहराई कि अगर कहीं फाल्ट हुआ तो जल्दी ठीक नहीं होगा और उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ेगा।
संगठनों के नेताओं की बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ, बिजली सचिव पंजाब और प्रबंधन के साथ बैठकें हो चुकी हैं, जो बेनतीजा रही थीं। यूनियन के नेताओं का कहना है कि पंजाब सरकार और प्रबंधन उन्हें कुछ भी देने को तैयार नहीं है। सिर्फ बातें कर रहे हैं। इस बार जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती, हड़ताल जारी रहेगी।
बिजली मुलाजिमों के संगठनों का कहना है कि अगर इन मांगों का जल्द समाधान नहीं किया गया तो 30 सितंबर तक वर्क टू रूल लागू रहेगा। उनका कोई भी सहकर्मी एक्स्ट्रा काम नहीं करेगा। इसके अलावा सभी कर्मचारी 17 सितंबर तक सामूहिक अवकाश लेंगे और काम नहीं करेंगे।
बिजली मुलाजिमों की मांगें हैं कि ड्यूटी के दौरान मरने वाले कर्मचारी को शहीद का दर्जा और एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। इसी तरह सब स्टेशन स्टाफ की सुरक्षा, आरटीएम से एएलएम में प्रमोशन का समय कम करना चाहिए। ओसी को पे-बैंड देना, ओवर टाइम देना होगा। पंजाब सरकार द्वारा जो भत्ते दोबारा जारी किए गए हैं, उन्हें 2021 से लागू करना है। थर्ड स्केल प्रमोशन पर भरोसा किया जाए, रिक्त पदों पर भर्ती की जाए, पावरकॉम में दूसरे राज्यों से की जा रही भर्ती पर रोक लगाई जाए।
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