फाजिल्का 12 सितंबर। फाजिल्का के सरकारी अस्पताल में डॉक्टर और स्टॉफ द्वारा डिलीवरी न करने पर एक महिला की बेड पर डिलीवरी करवाई गई। जबकि यह डिलीवरी भी महिला के परिवार की महिलाओं द्वारा करवाई गई। जबकि डिलीवरी के समय भी डॉक्टर मौके पर नहीं पहुंचे। गर्भवती महिला और उसके परिवार ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही और सुनवाई नहीं करने के आरोप लगाए है। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा बिलकुल सुरक्षित है। परिवार ने लापरवाही करने वाले स्टाफ पर कार्रवाई करने की मांग की है। दूसरी तरफ अस्पताल के SMO ने मामले की जांच कराने की बात कही है। पीड़ित महिला कोयल और परिवार का आरोप है कि महिला को प्रसव पीड़ा थी। बार बार वह अस्पताल के स्टाफ़ से उसकी डिलीवरी करवाने के लिए कह रहे थे। लेकिन अस्पताल स्टाफ ने उनकी बात पर गौर नहीं किया और महिला को घुमाने के लिए कहा। लेकिन गर्भवती महिला का दर्द ज्यादा बढ़ रहा था। इसके बावजूद किसी स्टाफ़ ने उन पर गौर नहीं किया। सके बाद वह अस्पताल के बेड पर ही लेट गई। जहां बच्चे की डिलीवरी होने लगी। जिस पर स्टाफ को बुलाया गया। लेकिन फिर भी स्टाफ नहीं आया।
आशा वर्कर स्टॉफ की करती रही मिन्नतें
परिवार ने कहा कि आशा वर्कर ने भी स्टाफ की मिन्नत कर ली। लेकिन फिर भी उनकी सुनवाई नहीं हुई। जिसके बाद परिवार ने गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई। वहीं, इस मामले में फाजिल्का के सरकारी अस्पताल के SMO डॉ. रोहित गोयल ने कहा कि वह इसकी जांच करवाएंगे। दोषी स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी