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कोई भी इतना मूर्ख नहीं होता कि…’, पिहोवा से भाजपा का टिकट वापस लौटाने पर क्या बोले कमलजीत अजराना?

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हरियाना/यूटर्न/12 सितंबर: बीजेपी नेता कमलजीत सिंह अजराना ने अपनी पार्टी के उस दावे को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने अपनी टिकट स्वेच्छा से लौटाई है। उन्होंने दावा किया है कि पार्टी नेताओं ने उन्हें टिकट वापस करने के लिए मजबूर किया था। 4 सितंबर को जारी बीजेपी उंमीदवारों की पहली लिस्ट में सिख चेहरे कमलजीत सिंह अजराना को पिहोवा सीट से टिकट दिया गया था। लेकिन,10 सितंबर को अजराना ने टिकट वापस करने का ऐलान कर दिया। वहीं 10 सितंबर को पिहोवा सीट से जय भगवान शर्मा को बीजेपी ने टिकट दिया। इसको लेकर हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली भी कह चुके हैं कि कमलजीत सिंह अजराना ने स्वेच्छा से अपना टिकट वापस किया है। हालांकि, अजराना ने बुधवार को दावा किया कि उन्हें अपना टिकट वापस करने के लिए मजबूर किया गया था।
‘कोई भी इतना मूर्ख नहीं है राष्ट्रीय पार्टी की टिकट लौटा दे’
बीजेपी नेता कमलजीत सिंह अजराना ने आगे कहा कि कोई भी इतना मूर्ख नहीं है कि राष्ट्रीय पार्टी द्वारा दी गई चुनाव टिकट को छोड़ दे। उन्होंने दावा किया कि पेहोवा में कुछ बीजेपी नेताओं ने उन पर पाकिस्तानी सेना के साथ संबंध का आरोप लगाते हुए झूठा मुद्दा उठाया। जबकि दिसंबर 2020 में गुरु नानक देव के प्रकाश उत्सव के अवसर पर पाकिस्तान के करतारपुर में 3,000 सिख गए थे। उस सिख प्रतिनिधिमंडल का मैंने नेतृत्व किया था।
शरारती तत्वों ने मुझे बदनाम की साजिश रची- अजराना
अजराना ने बताया प्रोटोकॉल के अनुसार वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और नेताओं द्वारा प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया गया और रात्रिभोज का आयोजन किया गया। जब पाकिस्तानी अधिकारियों को पता चला कि 5 दिसंबर को मेरा जन्मदिन है तो उन्होंने केक का इंतजाम किया था। लेकिन, कुछ शरारती तत्वों ने मुझे बदनाम करने के लिए इस तस्वीर का इस्तेमाल किया।
अजराना के समर्थन में बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन
बीजेपी नेता अजराना ने कहा कि एक सिख नेता के साथ इस व्यवहार के खिलाफ न केवल पेहोवा और कुरूक्षेत्र बल्कि पूरे हरियाणा के सिख समुदाय में भारी आक्रोश है। सिखों ने बड़ी संखया में गुरुद्वारे में एक सभा की और पुराने बस स्टैंड तक जुलूस निकाला। प्रदर्शन कर रहे ज्ञानी वरियाम सिंह समेत अन्य सिख नेताओं ने कहा कि बीजेपी ने एक सिख नेता के साथ दुर्व्यवहार किया है, अब वे विधानसभा चुनाव में पार्टी को सबक सिखाएंगे। बता दें कि अजराना हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के मामलों को चलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा हाल ही में गठित तदर्थ समिति के एक नामित सदस्य भी है। उनकी पत्नी रविंदर कौर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की वाइस प्रसिंडेट हैं। अजराना जुलाई में ही बीजेपी में शामिल हुए थे।
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