सुषमा ग्रुप पर प्री लॉचिंग के नाम पर कारोबारियों से ठगी मारने के आरोप
लुधियाना
11 सितंबर। लुधियाना में रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ा घोटाला किया जा रहा है। इन्वेस्टर्स को बड़े बड़े प्रोजेक्ट्स के सपने दिखाकर करोड़ों रुपए इकट्ठे कर लिए जा रहे हैं, जिसके बाद न तो प्रोजेक्ट मार्केट में आ पाते है और न ही इन्वेस्टर्स की पेमेंट वापिस मिलती है। रियल एस्टेट कंपनियों सरेआम पंजाब सरकार को चुना लगा रही है। दरअसल, पंजाब की नामी रियल एस्टेट कंपनियों में से एक सुषमा ग्रुप द्वारा भी इन्वेस्टर्स के साथ कुछ इसी तरीके से ठगी की गई। ग्रुप की और से चंडीगढ़ रोड पर पहले इन्वेस्टर्स को आलिशान प्रोजेक्ट लाने के सपने दिखा दिए गए। जिसके बाद प्री लॉचिंग कर करोड़ों रुपए इकट्ठे भी कर लिए। लेकिन बाद में पता चला कि वह जमीन भी किसी और की है। इस ठगी में फंसे कारोबारी अनिल अग्रवाल ने आरोप लगाए कि सुषमा ग्रुप के मालिक वरिंदर मित्तल, प्रतीक मित्तल और भरत मित्तल द्वारा सरेआम लोगों से करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की जा रही है। अनिल अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने चंडीगढ़ रोड पर लांच किए प्रोजेक्ट में कई प्लॉट खरीदे। ठगी का पता चलने पर उन्होंने अपने पैसे वापिस मांगे तो सुषमा ग्रुप द्वारा पहले दो महीने झगड़ा किया गया। जिसके बाद उन्हें 40 दिन की तारीख डालकर 22 लाख के 22 चैक दे दिए गए। लेकिन चैक बैंक में लगाए तो सभी बाउंस हो गए। अनिल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि सुषमा ग्रुप ने सिर्फ उनसे ही नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों के साथ ऐसे ही ठगी की है। इस संबंध में कंपनी के अधिकारियों को पूछने पर वह टाल मटोल कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। जबकि लुधियाना डीसी साक्षी साहनी व ग्लाडा सीए संदीप रिषी चुपी साधे बैठे हैं।

अब इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट दिखा कर रहे ठगी
अनिल अग्रवाल ने कहा कि पहले सुषमा ग्रुप द्वारा रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट दिखा ठगी की गई। जिसके बाद अब कोहाड़ा के पास एक इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट की प्री लॉचिंग कर दी गई है। जबकि उन्होंने अनिल अग्रवाल समेत पहले ठगी के शिकार हुए लोगों को दो हजार रुपए प्रति गज कम पैसे देकर वहां जमीन खरीदने का ऑफर किया। अनिल ने आरोप लगाया कि सुषमा ग्रुप द्वारा इसी तरह नए नए प्रोजेक्ट के सपने दिखाकर ग्राहकों से करोड़ों रुपए इकट्ठे कर लिए जा रहे हैं। अग्रवाल ने कहा कि दरअसल, इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट में सुषमा ग्रुप द्वारा जमीन का रेट 11250 रुपए गज रखा गया है, जबकि वहां असली रेट 1800 रुपए है। यानि कि जनता का पैसा लेकर जनता को ही पागल मनाया जा रहा है।
शहर भर में लगे सैकड़ों बोर्ड, ग्लाडा आंखें बंद कर बैठा
पीड़ित अनिल अग्रवाल ने कहा कि नए इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट की प्री लॉचिंग कर सुषमा ग्रुप की और से शहरभर में सैकड़ों बोर्ड लगा दिए हैं। जबकि प्रॉपर्टी डीलरों को ग्राहकों को झांसा देकर पैसे इकट्ठे करने की एवज में ग्रुप द्वारा मोटी कमिशन दी जा रही है। लेकिन फिर भी ग्लाडा के अधिकारियों को यह सब नहीं दिख रहा। जबकि अकेले चंडीगढ़ रोड पर ही 50 से ज्यादा बोर्ड लगे हैं। हर प्रॉपर्टी डीलर को ऑफर देकर उनके ऑफिसों के बाहर बोर्ड लगाए गए हैं।
प्रॉपर्टी डीलरों को कमिशन, सिंगापुर टूर व 50 ग्राम मिला सोना
अनिल अग्रवाल ने कहा कि उन्हें पता चला है कि सुषमा ग्रुप की और से प्रॉपर्टी डीलरों को ग्राहक लाने की एवज में मोटी कमाई करवाई जा रही है। हाल ही में उन्होंने ज्यादा प्लॉट बेचने वाले डीलर को 7 प्रतिशत कमिशन, सिंगापुर टूर व साथ ही 50 ग्राम सोना भी गिफ्ट में दिया है। कुल मिलकर यह करीब 20 प्रतिशत कमिशन है। इसी के चलते डीलर भी लोगों को लगातार फंसाने पर तुले हैं।
जल्द लुधियाना हो जाएगा बर्बाद
पीड़ित ने कहा कि लुधियाना में अकेले सुषमा ग्रुप नहीं बल्कि कई रियल एस्टेट कंपनियां प्री लॉचिंग के नाम पर जनता को लूट रही हैं। लोगों के पैसे इकट्ठे करके जमीनें खरीदी जाती है। अगर डवेलपर्स के पास पूरे पैसे इकट्ठे हुए तो ठीक नहीं तो जिनती पेमेंट आई होती है, वहीं लेकर फरार हो जाते हैं। अगर ऐसे ही चलता रहा तो लुधियाना रियल एस्टे
ट कारोबारियों के हाथों पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा। पीड़ितों द्वारा सीएम भगवंत मान से अपील की कि समय पर ऐसे ठगों पर नकेल डाली जाए, ताकि जनता लुटने से बच सके।
चंडीगढ़ में भी बदनाम है सुषमा ग्रुप
पीड़ित ने कहा कि उन्होंने अब जांच की तो पता चला कि सुषमा ग्रुप के चंडीगढ़ में ही 30-32 प्रोजेक्ट लांच है। जबकि ज्यादातर में झगड़े चल रहे हैं। अनिल अग्रवाल ने कहा कि वह इन ठगों से इतना परेशान हो चुके हैं कि वह शहरवासियों से अपील करते है कि ऐसे ठगों से बचा जाए। गरीब जनता की जमा पूंजी को यह सस्ते प्लॉट देने की झांसा देकर हड़प कर रहे हैं।
डीसी व ग्लाडा सीए है मुख्य जिम्मेदार
अनिल अग्रवाल ने आरोप लगाया कि लुधियाना में लोगों के साथ हो रही ठगी की जिम्मेदार सुषमा ग्रुप के साथ साथ जिला प्रशासन भी है। उन्होंने कहा कि लुधियाना डीसी साक्षी साहनी और ग्लाडा सीए संदीप ऋषि इन ठगियों के मुख्य जिम्मेदार है। क्योंकि प्री लांच होने वाले प्रोजेक्ट अवैध होते हैं। लेकिन फिर भी आपसी सेटिंग के चलते प्रशासन इस

पर ध्यान नहीं देता। अगर वह कार्रवाई करें तो रियल एस्टेट डवेलपर्स ऐसे ठगी न करें। उन्होंने कहा कि रेरा नंबर के बिना कोई प्रोजेक्ट बनाया नहीं जा सकता। फिर प्री लांच करने वालों पर समय सिर प्रशासन क्यों एक्शन नहीं लेता। लेकिन उनकी लापरवाही के कारण जनता का पैसा लूटा जा रहा है।





