मोगा में हत्थे चढ़े शूटर्स ने किए अहम खुलासे, लुधियाना पुलिस जल्द ही उनको प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी
लुधियाना 2 सितंबर। महानगर के राजगुरु नगर स्थित सिंधी बेकरी पर 28 अगस्त को फायरिंग केस में अहम खुलासे हुए है। इस वारदात को अंजाम देने वाले दोनों शूटर्स मोगा पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान काबू किए थे। दोनों आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए लुधियाना पुलिस भी जल्द प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी।
जानकारी के मुताबिक फिलहाल एक शूटर जगमीत सिंह फरीदकोट के अस्पताल में ही दाखिल है। उसका साथी विकास भी मोगा पुलिस के साथ मुठभेड़ में जख्मी हो गया था। पता चला है कि लुटेरों की लिस्ट में कई कारोबारी और भी थे। पुलिस गहनता से जांच कर रही है। सिंधी बेकरी कांड को लेकर आरोपियों ने बताया था कि दोनों बदमाश एक घंटे में दो बार हमला करने आए। पहली बार नाकाम रहे तो 45 मिनट के बाद फिर से हमला करने पहुंचे। तब सिंधी बेकरी मालिक का बेटा नवीन और उनका एक कारिंदा फायरिंग में घायल हुए।
बता दें कि दोनों शूटर्स मोगा में पकड़ने जाने के बाद इस केस में गैंगस्टर दविंदरपाल गोपी लाहोरिया का नाम सामने आया।
पता चला कि गोपी ने कनाडा बैठकर ही इस घटना को अंजाम दिलाया। शूटरों ने खुलासा करते यह भी बताया कि वे बेकरी मालिक के बेटे को मारना नहीं चाहते थे, सिर्फ उसको धमकाने आए थे। कनाडा से गोपी लाहोरिया उनके टच में था, वह उन्हें फोन कॉल पर गाइड कर रहा था। गोपी ने ही इन बदमाशों को मोगा से अवैध हथियार दिलाए थे, जो उन्होंने वारदात में इस्तेमाल किए थे।
शातिर हैं दोनों शूटर :
दोनों शूटरों में से गैंगस्टर जगमीत सिंह उर्फ मीता ने सिंधी बेकरी में फायरिंग की थी। मोगा पुलिस को उससे एक 32 बोर का पिस्टल मैगजीन सहित मिला था। दूसरा शूटर विकास कुमार उर्फ कासा पहाड़ा सिंह चौक का रहने वाला है। दोनों के खिलाफ फरीदकोट और मोगा में तीन-तीन केस दर्ज है।
इन दोनों शूटरों ने ही 26 अगस्त को मोगा के शेख वाला चौक में कपड़े की दुकान के मालिक पर गोलियां चलाई थीं। दोनों ने 32 बोर की पिस्तौल दिखा दुकानदार से रुपयों की डिमांड की थी।
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