ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों में ज्यादातर धन्नासेठों व कारोबारियों के बच्चे
(राजदीप सिंह सैनी)
लुधियाना 31 अगस्त। लुधियाना में बिगड़ैल रईसजादों के बेटों द्वारा सरेआम सड़कों पर ट्रैफिक नियम तोड़े जाते हैं। शहरवासियों की जान को दांव पर लगाया जाता है। लेकिन ट्रैफिक पुलिस विभाग द्वारा सिर्फ चालान काटकर खानापूर्ति कर दी जाती है। ताजा मामला साउथ सिटी रोड का सामने आया है। जहां पर रईसजादों द्वारा कार रेस लगाई गई। कई किलोमीटर लंबी इस रेस में रात के समय 100 की स्पीड से अधिक अंधाधुंध गाड़ियां भगाई गई, सड़क पर स्टंट भी किए। जबकि यह रेस विदेशी तर्ज पर टाइमर लगाकर लगाई गई थी। पहले तो पुलिस को इसका पता ही नहीं चला। लेकिन जब वीडियो वायरल हुई तो ट्रैफिक पुलिस ने आईवॉश करते हुए एक दर्जन गाड़ियों में से सिर्फ एक के ड्राइवर को पकड़कर खानापूर्ति करते हुए चालान काट दिया। जबकि अभी तक बाकी कार चालकों का पुलिस पता नहीं लगा सकी है। हालाकि पहले हुए मामलों में भी सिर्फ चालान काटकर छोड़ दिया जाता है। जिसके चलते धन्नासेठों व रईसजादों के बेटों द्वारा लगातार नियम तोड़े जा रहे हैं।
चालान से रुकते तो पहले ही रुक जाते रईसजादे
जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले भी शहर के नामी स्कूलों के स्टूडेंट्स द्वारा इसी साल फरवरी महीने में फेयरवेल पार्टी की गई थी। इस पार्टी में उनकी और से दर्जनों गाड़ियां साउथ सिटी रोड पर भगाई थी और सरेआम कारों से बाहर लटककर नियम तोड़े गए थे। यह एक नहीं बल्कि कई स्कूलों के स्टूडेंट्स द्वारा किया गया था। इस मामले में भी पुलिस सभी को तो पकड़ नहीं सकी थी। कुछ स्कूलों को नोटिस जारी कर चालान किए। लेकिन लोगों में चर्चा है कि यदि रईसजादों ने चालान करने से रुकना होता तो पहले ही रुक जाते। लेकिन पुलिस द्वारा सख्त एक्शन न लेने के चलते लगातार नियम तोड़े जा रहे हैं। फेयरवेल पार्टी मामले में भी पुलिस सभी स्टूडेंट्स पर एक्शन नहीं ले सकी थी।
फिरोजपुर रोड के बाद साउथ सिटी रोड बनी रेसिंग ट्रैक
लोगों में चर्चा है कि धन्नासेठों व कारोबारियों के बेटे फ्री रहने के चलते वह ऐसी हरकतें करते हैं। पहले फिरोजपुर रोड को उन्होंने रेस ट्रैक बना रखा था। लेकिन अब साउथ सिटी रोड को अड्डा बना लिया है। गौर हो कि पहले दीपक अस्पताल रोड पर भी एक ओवरस्पीड बीएमडब्ल्यू कार पेड़ से टकराकर दो फाड़ हो गई थी। वहीं एमबीडी मॉल के पास एक कारोबारी के बेटे ने अपनी बीएमडब्ल्यू कार से रिक्शा चालक को कुचला था। वहीं एक ओवरस्पीड कार चालक ने स्कूटर सवार तीन दोस्तों को कुचल दिया था।
नियम तोड़ने वालों में कारोबारियों के बच्चे सबसे आगे
ट्रैफिक पुलिस द्वारा आए दिन गाड़ियों के चालान करने की वीडियो अपलोड की जाती है। जिसमें कारोबारियों के बेटों द्वारा पहले सड़कों पर नियम तोड़ते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर डाली जाती है। फिर ट्रैफिक पुलिस उनके चालान करती है। अगर ध्यान से देखा जाए तो 99 प्रतिशत नियम तोड़ने वाले कारोबारियों के बेटे होते हैं। क्योंकि उन्हें पता है कि उनके पेरेंट्स की अच्छी पहुंच है, इसी लिए कोई ब्लैक फिल्म, कोई हूटर तो कोई ओवस्पीड रखकर वाहन चलाता है। पुलिस द्वारा इन पर कार्रवाई करते हुए जरुर वीडियो अपलोड कर दिखाया जाता है। लेकिन धन्नासेठों के बेटे फिर ही इसकी प्रवाह किए बिना नियम तोड़ते हैं।
रात को क्लबों व रेस्त्रां से निकलकर भगाते है गाड़ियां
जानकारी के अनुसार साउथ सिटी रोड पर कई नामी रेस्त्रां व क्लब है। जिनमें कारोबारियों व धन्नासेठों के लड़के रात को जाते हैं। पार्टियां करने के बाद देर रात वहां से निकलने के बाद युवाओं द्वारा जमकर सड़कों पर गाड़ियां भगाई जाती है। जबकि साउथ सिटी रोड पर ट्रैफिक पुलिस तैनात नहीं होती। इसी का फायदा उठा युवा अपनी और लोगों की जान को खतरे में डालते हैं।
एसीपी ने नहीं उठाया फोन
इस संबंध में एसीपी-1 ट्रैफिक चिरंजीव लांबा से संपर्क किया गया। कई बार कॉल करने के बाद भी उन्होंने फोन नहीं उठाया। जब उनके सरकारी नंबर पर कॉल की गई, तो वह रीडर के पास चल रहा है।