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लुधियाना के सिविल सर्जन रहे डॉ. औलख डिप्टी डायरेक्टर बने थे, लेंगे प्री-मेच्योर रिटायरमेंट

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लगाए इलजाम, सियासी-दबाव में किया ट्रांसफर जिन पर एक्शन लिए, अब वो लोग पीछे पड़ गए

लुधियाना, चंडीगढ़ 30 अगस्त। लुधियाना के सिविल सर्जन रहे डॉ. जसबीर सिंह औलख फिर चर्चा में आ गए। स्वतंत्रता दिवस समारोह में उनसे पुलिस कर्मियों ने बदसलूकी की थी। आरोपियों पर तो कार्रवाई हुई थी, लेकिन साथ ही डॉ.औलख का ट्रांसफर भी हो गया था। ट्रांसफर होने के बाद अब अचानक डॉ.औलख ने प्री-मेच्योर रिटायरमेंट लेने के लिए विभाग को नोटिस दे दिया है।
फिर उनका फेसबुक पर छलका दर्द :
डॉ.औलख ने प्री-मेच्योर रिटायरमेंट का कारण भी फिर से फेसबुक पर लिख अपना दर्द जाहिर कर दिया। उन्होंने लिखा कि जिन लोगों के खिलाफ वह कार्रवाई करते रहे, वही लोग उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गए हैं। यहां बता दें कि लुधियाना से ट्रांसफर होने से पहले ही डॉ. औलख ने निजी काम के लिए 12 दिन की छुट्टी ले ली थी। छुट्टी से लौटने के बाद डॉ. औलख ने वीरवार को चंडीगढ़ में डिप्टी डायरेक्टर का ओहदा संभाला। फिर डायरेक्टर हेल्थ को प्रीमेच्योर रिटायरमेंट लेने के लिए तीन महीने का नोटिस दे दिया। वैसे तो उनकी रिटायरमेंट अगले साल जनवरी में होनी थी।
पहले भी फेसबुक पर छलका था दर्द :
गौरतलब है कि लुधियाना में आजादी दिवस समारोह पीएूय में रखा गया था। जहां सिविल सर्जन डॉ. औलख को पुलिस ने एंट्री नहीं दी और बदसलूकी की थी। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने एक सब इंस्पेक्टर व एएसआई को सस्पेंड कर दिया था। इसी बीच डॉ.औलख के ट्रांसफर ऑर्डर आ गए थे। उन्हें डायरेक्टर हेल्थ चंडीगढ़ के दफ्तर में डिप्टी डायरेक्टर लगा दिया गया था। तब चर्चा रही थी कि डॉ. औलख का ट्रांसफर पुलिस से विवाद के कारण हो गया। हालांकि फेसबुक पर पोस्ट डाल उन्होंने इलजाम लगाया था कि उनका ट्रांसफर राजनीतिक दबाव में किया गया। उन्होंने किसी नेता का नाम तो नहीं लिखा, लेकिन चर्चा रही कि एक विधायक ने उनका तबादला कराया था।
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