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लुधियाना में बैठ अमेरिका के लोगों से करते थे ठगी, एक हजार से अधिक विदेशी लोगों को बनाया शिकार

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फर्जी कॉल सेंटर चला लैपटॉप व कंप्यूटर रिपेयरिंग की एवज में लाखों ठगने वाला गैंग काबू

(राजदीप सिंह सैनी)
लुधियाना 23 अगस्त। खुद को सॉफ्टवेयर इंजीनियर बताकर ऑनलाइन सर्विस देने की आढ़ में अमेरिका के लोगों से ठगी मारने वाले एक गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों द्वारा फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाकर एक हजार से अधिक लोगों से ठगी कर ली गई। पुलिस ने आरोपियों के पास से चार लैपटॉप, 24 सीपीयू और छह हैडफोन बरामद किए हैं। थाना सदर की पुलिस ने रतिंदर सिंह, समीर बेरी, सुखप्रीत सिंह, सुमंत महाजन, मियंक जोशी, आदित्य चौहान, ईशांत सिंह, दिलप्रीत सिंह, संदीप कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश किया। जहां से उन्हें दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। एसीपी गुर इकबाल सिंह और एसएचओ हर्षवीर सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि उक्त आरोपी शहीद भगत सिंह नगर में सयुस सल्यूशन्स केयर नाम से कॉल सेंटर चला रहे हैं। वह खुद को अमेरिका के सॉफ्वेयर इंजीनियर बताते थे।

वायरस आने व तकनीकी खराबी का देते थे डरावा
एसीपी गुर इकबाल सिंह ने बताया कि आरोपियों द्वारा अमेरिका के लोगों के नंबरों की लिस्ट ली जाती थी। जिसके बाद उन्हें कॉल करके लैपटॉप व कंप्यूटर की अन्य समस्याओं संबंधी ऑनलाइन सल्यूशन देने का झांसा दिया जाता था। जिस व्यक्ति के पास लैपटॉप या कंप्यूटर होता था, तो आरोपी उसे वायरस आने व तकनीकी खराबी का डरावा देते थे। जिसके बाद उसे ठीक करने की एवज में पैसे ले लेते थे। फिर दोबारा उक्त व्यक्ति का फोन भी नहीं उठाते थे।

पंजाब में ऑफिस खोल, बताते थे अमेरिका के निवासी
आरोपियों द्वारा लुधियाना समेत पंजाब के कई शहरों में ऑफिस खोले गए। आरोपी कुछ समय बाद अपने ऑफिस बदल लेते थे। आरोपी कॉल सेंटर तो पंजाब में बैठकर चला रहे थे। लेकिन अमेरिका के लोगों से खुद को अमेरिका का ही निवासी बताया जाता था। सभी आरोपियों द्वारा अपने अपने काम बांटे हुए थे। उसी के मुताबिक वह काम करते थे।

कई अकाउंट खुलवाए, ले रखे थे विदेशी सिम
इंस्पेक्टर हर्षवीर सिंह ने बताया कि आरोपी रतिंदर सिंह गैंग का सरगना है। जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ है कि आरोपियों द्वारा कई बैंक अकाउंट खुलवाए गए थे। अमेरिका के लोगों से उन्हीं खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए जाते थे। आरोपियों की और से अमेरिका के लोगों से बात करने को विदेशी सिम भी ले रखे थे। जांच अफसर अनुसार सभी आरोपी एजुकेटड है। वह विदेशी लोगों से इंग्लिश में ही बात करते थे।

9 साल से कर रहे ठगी का धंधा
जांच के दौरान सामने आया है कि आरोपियों द्वारा 2015 से यह फर्जीवाड़े का धंधा किया जा रहा है। आरोपियों की और से अब तक एक हजार से अधिक लोगों को अपना शिकार बनाया जा चुका है। पुलिस आरोपियों के बैंक खाते खंगालने में जुटी हुई है, ताकि पता चल सके कि आरोपी 9 साल में अब तक कितनी रकम ठग चुके हैं।

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