watch-tv

भाजपा सांसद-मंत्रियों के रिश्तेदारों को भी टिकट की आस, हरियाणा में मां-बेटी और भांजे ठोक रहे दावेदारी सब हैडिंग: टिक्ट बंटवारे को लेकर भाजपा व आरएसएस में रार,36 सीटों पर बदलाव चाहती आरएसएस

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Listen to this article

हरियाना/यूटर्न/22 अगस्त: हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 का बिगुल बज चुका है। प्रदेश में 1 अक्टूबर को सभी 90 सीटों पर एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। इस बीच भाजपा-कांग्रेस में टिकटों को लेकर मंथन चल रहा है। कांग्रेस की कल दिल्ली में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक हुई तो भाजपा की गुरुग्राम में आज से दो दिन तक चलने वाली बैठक शुरू होगी। बैठक में टिकट बंटवारे को लेकर हर सीट पर पैनलवाइज नाम तय किये जाएंगे। सूत्रों की मानें तो भाजपा की इस बैठक में कई नेताओं के रिश्तेदारों को भी टिकट मिल सकता है। ऐसे में अब तक जो आरोपी बीजेपी कांग्रेस पर लगाती थी अब कांग्रेस को भी उस पर हमला करने का मौका मिल जाएगा। भाजपा में नेताओं की रिश्तेदारों की लंबी कतार टिकट के इंतजार में है। ऐसे में बीजेपी हैट्रिक लगाने के चक्कर के में रिश्तेदारों को टिकट न देने के सिद्धांत में थोड़ी ढील दे सकती हैं।
सांसद-मंत्री रिश्तेदारों को टिकट दिलाने में जुटे
बीजेपी में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह बेटी आरती राव के टिकट मांग रहे हैं तो दूसरी कृष्णपाल गुर्जर बेटे देवेंद्र चैधरी को दावेदार बता रहे हैं। सांसद नवीन जिंदल अपनी मां सावित्री जिंदल के लिए तो सांसद धर्मवीर चैधरी अपने बेटे मोहित चैधरी के लिए और भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई बेटे भव्य बिश्नोई के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं। ऐसे में अब भाजपा की दो दिवसीय बैठक में नाम फाइनल होने के बाद उम्मीदवारों की फाइनल सूची 25 अगस्त को केंद्रीय चुनाव समिति के समक्ष रखी जा सकती है। बैठक में पीएम मोदी भी शामिल हो सकते हैं।
संघ ने भी की थी पैरवी
बीजेपी सूत्रों की मानें तो 26 अगस्त को बीजेपी आलाकमान हरियाणा चुनाव को लेकर उंमीदवारों की पहली सूची जारी कर सकता है। ऐसे में भाजपा के टिकट के दावेदार अगले तीन दिनों तक गुरुग्राम और दिल्ली में डेरा डालकर रखेंगे। बता दें कि संघ ने भी चुनाव में जीत के लिए पिछले दिनों बीजेपी आलाकमान को नेताओं के रिश्तेदारों को टिकट देने का सुझाव दिया था।
36 सीटों पर उंमीदवार बदलना चाहता है संघ
हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। प्रदेश में 1 अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वहीं मतों की गिनती 4 अक्टूबर को होगी। इस बीच कांग्रेस और बीजेपी प्रदेश में प्रचार और चुनावी रणनीति बनाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। दोनों ही पार्टियों में टिकटों के वितरण को लेकर भी मंथन चल रहा है।
इस बीच खबर है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी और संघ एक बार फिर आमने-सामने आ गए हैं। सूत्रों की मानें तो संघ चाहता है कि ग्राउंड सर्वे के आधार पर 40 प्रतिशत नए चेहरों को मैदान में उतारा जाए। आरएसएस ने प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों को लेकर एक सर्वे कराया है। जिसमें कई क्षेत्रों में बीजेपी विधायकों के खिलाफ जनता में भारी असंतोष है। ऐसे में संघ चाहता है कि 40 प्रतिशत चेहरे नए उतारे जाए।
बीजेपी नेतृत्व ने संघ की रिपोर्ट की खारिज
सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने संघ की रिपोर्ट से किनारा कर लिया है। बीजेपी नेतृत्व चाहता है कि पुराने नेताओं पर ही भरोसा जताया जाए। भाजपा ने हर सीट को लेकर दावेदारों की सूची तैयार की है। लिस्ट पर गुरुग्राम में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में मंथन होगा। गुरुग्राम में कल होने वाली बैठक में एक सीट पर तीन नाम का पैनल तैयार कर पूरी सूची केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखी जाएगी। ऐसे में संभावना है कि पार्टी 23 अगस्त को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक कर पहली सूची पर मोहर लगा सकती है।
अमित शाह फाइनल करेंगे नाम
बीजेपी आलाकमान इस बार के चुनाव में दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारना चाहता है लेकिन दिग्गज नेता अपने परिवार के लोगों को चुनाव लड़ाना चाहते हैं। बीजेपी सूत्रों की मानें तो हरियाणा में टिकटों को फाइनल टच देने में अमित शाह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। जिन्हें हरियाणा में तीसरी बार सरकार बनाने का जिंमा सौंपा गया है।
————–

Leave a Comment