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मुद्दे की बात : कितने मजबूत होंगे भारत और मलेशिया के रिश्ते

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भारत-मलेशिया : मोदी और इब्राहिम की दोस्ती से सकारात्मक संकेत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मलेशियाई समकक्ष अनवर इब्राहिम के बीच व्यापार, निवेश, रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों पर गहन बातचीत हुई। इसके बाद भारत और मलेशिया ने फैसला किया कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को समग्र रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाएंगे। दोनों देशों ने आठ समझौतों पर हस्ताक्षर किए। जिनमें से एक मलेशिया में भारतीय श्रमिकों की भर्ती को बढ़ावा देने तथा उनके हितों की सुरक्षा से संबंधित समझौता है। इब्राहिम तीन दिवसीय भारत दौरे के तहत सोमवार रात दिल्ली पहुंचे थे। यह बतौर प्रधानमंत्री उनका पहला भारत दौरा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने एक बयान में कहा कि हमने भारत-मलेशिया साझेदारी को समग्र रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है। भारत-मलेशिया आर्थिक संबंधों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय व्यापार रुपये और मलेशियाई मुद्रा रिंगित में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमें सेमी-कंडक्टर, फिनटेक, रक्षा उद्योग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और क्वांटम जैसे नए तकनीकी क्षेत्रों में आपसी सहयोग बढ़ाना चाहिए। हमने भारत और मलेशिया के बीच व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते की समीक्षा में तेजी लाने पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत की डिजिटल भुगतान प्रणाली यूपीआई को मलेशिया के पेनेट से जोड़ने के लिए काम किया जाएगा। मोदी ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ से निपटने को लेकर दोनों देशों का दृष्टिकोण समान है।

पीएम मोदी ने मलेशिया को दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के संगठन ‘आसियान’ और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत का महत्वपूर्ण साझेदार बताया। भारत और मलेशिया ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग की नयी संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श किया। मोदी-इब्राहिम के बीच वार्ता में मलेशिया के टुंकू अब्दुल रहमान विश्वविद्यालय में आयुर्वेद पीठ स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसके अलावा मलय विश्वविद्यालय में तिरुवल्लुवर पीठ स्थापित करने का भी फैसला किया गया। दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में स्थिति की तरफ इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि हम अंतर्राष्ट्रीय कानूनों के अनुसार, जहाजों और विमानों की मुक्त आवाजाही के लिए प्रतिबद्ध हैं और सभी विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत करते हैं।’ दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीनी सेना की भड़काऊ कार्रवाई लगातार बढ़ रही है।

वहीं, मलेशिया के प्रधानमंत्री इब्राहिम ने अपने बयान में कहा कि सभी संवेदनशील या उसी तरह के अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई, जिससे दोनों देशों के बीच दोस्ती के सही मायने प्रतिबिंबित होते हैं। उन्होंने कहा कि भारत एक महान राष्ट्र है जिसका गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और सभ्यता है। यह कई मायनों में बहु-संस्कृति और बहु-धर्म वाला देश है। कुल मिलाकर मोदी और इब्राहिम के दोस्ताना बयान दोनों देश के बीच मजबूत रिश्ते बनने के संकेत जरुर दे रहे हैं।

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