देश में हर 16 मिनट में होता है औरत से बलात्कार
चरणजीत सिंह चन्न
जगराओं,19 अगस्त : :-9 अगस्त को कोलकाता के अर्जी कर अस्पताल में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ सामूहिक दुष्कर्म व बर्बरता की घटना के विरोध में क्षेत्र के जन संगठनों ने लोकल कमेटी पार्क में विरोध मार्च निकाला। कमेटी पार्क में आयोजित विरोध सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि सबसे बड़ी आबादी वाले देश में महिलाओं के साथ आये दिन हो रही दुष्कर्म व हत्या की घटनाओं से आम जनता में गहरा भय व भय व्याप्त हो गया है। देश में हर सोलह मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार होता है। कलकत्ता की घटना के एक दिन बाद, उत्तराखंड के रुद्रपुर शहर में एक निजी अस्पताल की नर्स के साथ बलात्कार और चेहरे को बेरहमी से नष्ट करने की घटना ने सवाल खड़े कर दिए हैं। आज के अखबार में देहरादून में बस में पांच गुंडों द्वारा एक नाबालिग से बलात्कार की घटना, राजस्थान के जोधपुर में तीन साल की बच्ची से बलात्कार की घटना ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। वक्ताओं ने कहा कि इस देश की आजादी की 78वीं वर्षगांठ मनाई जा चुकी है, लेकिन आधी सदी बीत जाने के बावजूद महिलाएं आजाद नहीं हैं। बेटियां मां की कोख में भी सुरक्षित नहीं हैं, घर में भी सुरक्षित नहीं हैं, समाज में सुरक्षा तो दूर की बात है। इस अत्यंत अनिश्चित और भयावह स्थिति को बदलने के लिए, इस महिला विरोधी मानसिकता को बदलने के लिए एक बड़े वर्ग संघर्ष की आवश्यकता है। वक्ताओं ने महिलाओं से दुष्कर्म के दोषियों को तत्काल सख्त सजा देने की मांग की। वक्ताओं ने किरनजीत कांड, निर्भय कांड, आसिफा दुष्कर्म व हत्या कांड, बिलक्स बानो कांड, हाथरस कांड जैसी दर्जनों घटनाओं का जिक्र किया और कहा कि हत्यारों व बलात्कारियों को रोकने के लिए जनआंदोलन ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने उन महिलाओं से खुद को संगठित होने और अपनी सुरक्षा के लिए जागरूक और सशस्त्र होने का आह्वान किया। इस समय बलात्कार और हत्या की शिकार अपनी बेटी के लिए न्याय की मांग करते हुए कई पुरुषों और महिलाओं ने शहर में जोरदार नारे लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया और देश भर में चल रहे न्याय आंदोलन का समर्थन किया। वक्ताओं में कंवलजीत खन्ना, एडवोकेट अमनदीप कोर, बलराज सिंह, मास्टर रणजीत सिंह हठूर, मास्टर जसवंत सिंह कलेर, मास्टर अवतार सिंह, इंद्रजीत सिंह धालीवाल, हरबंस सिंह अखाड़ा ने संबोधित किया। इस समय सुखवंत कोर गालब, हरबंश कोर लांटे, गुरमेल सिंह रूमी, जसविंदर सिंह भामल, सुरजीत सिंह दोधर मौजूद थे।