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दुष्यंत चौटाला को झटके पर लगा झटका,एक भी नही बचेगा विधायक,दो और पार्टी छोडने को तैयार,चौटाला बोले सबसे बडी गलती भाजपा के साथ सरकार बनाना

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हरियाना/यूटर्न/19 अगस्त: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए दौड़-धूप कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ जननायक जनता पार्टी को लगातार झटके लग रहे हैं। 3 दिन में 5 जेजेपी विधायकों ने पार्टी से नाता तोड़ लिया है। अब दो और विधायकों के पार्टी से अलग होने की संभावना है। जेजेपी विधायक रामकुमार गौतम और रामनिवास सुरजाखेड़ा पार्टी छोड़ सकते हैं।
ये विधायक छोड़ चुके हैं पार्टी
टोहाना से विधायक देवेंद्र बबली, उकलाना से विधायक अनूप धानक, गुहला चीका से विधायक ईश्वर सिंह, शाहबाद से विधायक रामकरण काला और बरवाला से विधायक जोगीराम सिहाग पांच विधायक जेजेपी को अलविदा कह चुके हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव के समय पार्टी के पास 10 विधायक थे। लेकिन, अब 5 विधायकों के पार्टी से इस्तीफा देने के बाद जेजेपी के पास 5 विधायक ही बचे हैं। इसमें से विधायक रामकुमार गौतम और रामनिवास सुरजाखेड़ा ने भी पार्टी से दूरी बना रखी है, उनकी भी पार्टी छोडऩे की संभावना है। ऐसे में अगर रामकुमार गौतम और रामनिवास सुरजाखेड़ा पार्टी छोड़ देते हैं तो जेजेपी के पास सिर्फ दुष्यंत चौटाला उनकी मां नैना चौटाला और जुलाना से विधायक अमरजीत ढांडा ही बचते हैं।
बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद मची भगदड़
बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनावों में जेजेपी ने 10 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी को बहुमत नहीं मिला तो उन्होंने जेजेपी के साथ गठबंधन कर सरकार बनाई थी। लेकिन, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी ने एक तरफ जहां मनोहर लाल खट्टर को मुखयमंत्री पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को मुखयमंत्री बनाया वहीं दूसरी तरफ जेजेपी से अपना गठबंधन भी तोड़ लिया। इसके बाद से जेजेपी पार्टी में टूट नजर आ रही है। एक के बाद एक विधायक पार्टी से किनारा कर रहे हैं। हरियाणा में 1 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव की वोटिंग होनी है उससे पहले जेजेपी की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
क्या कहते है दुष्यंत चौटाला
जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला का कहना है कि उनकी सबसे बडी गलती यह थी कि वह भाजपा का साथ देकर सरकार बना गये,लेकिन उनको नही पता था कि भाजपा अपने साथ देने वालों के ही सबसे पहले हाथ काटती है। उनका कहना था कि जिन लोगों ने पार्टी का साथ छोडा है, व कई और भी चला जाये हम नये नेताओं को आगे लायेगें लेकिन इस बार भाजपा को सरकार नही बनाने देगें। कांग्रेस के साथ जाने के स्वाल को टाल गये व उनका कहना था कि अभी गंगा से बहुत पानी बहना है।
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